गोरखपुर। कोरोना की दूसरी लहर से निपटने और संभावित तीसरी लहर से बचाव के लिए जरूरी संसाधन जुटाने के साथ ही प्रशासन अब विकास कार्यों को रफ्तार देने में भी जुट गया है। दो महीने तक संक्रमण काफी तेज होने की वजह से प्रशासन का पूरा फोकस कोरोना से जंग पर ही था। मगर अब जबकि संक्रमण तेजी से कम हो रहा है तो प्रशासन ने विकास कार्यों की तरफ भी रुख कर दिया है। डीएम के. विजयेंद्र पांडियन का कहना है कि सभी निर्माणाधीन फोरलेन समेत बड़ी परियोजनाओं की समीक्षा की जा रही है। जल्द ही इनमें गति दिखाई पड़ने लगेगी।
केंद्र व प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना जल जीवन मिशन के तहत 1500 राजस्व गांवों को जोड़ने की योजना थी, मगर अभी तक 100 की ही डीपीआर तैयार हो सकी है। डीएम ने निर्देश दिए हैं कि बारिश के पहले सभी गांवों की डीपीआर तैयार कर उपलब्ध करा दी जाएं। उन्होंने बताया कि नवंबर-दिसंबर तक सभी जगहों पर पानी की टंकी का निर्माण व मरम्मत के साथ ही पाइपलाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया जाएगा। इसी तरह मोहद्दीपुर-जंगल कौड़िया फोरलेन, मेडिकल कॉलेज फोरलेन, गोरखपुर-देवरिया और गोरखपुर वाराणसी फोरलेन के काम में भी तेजी लाई जाएगी। मजदूरों की संख्या बढ़ाकर इन्हें जल्द पूरा कराया जाएगा। अन्य सभी बड़ी परियोजनाओं की भी समीक्षा शुरू कर दी गई है। विभागों से प्रगति रिपोर्ट मांगी जा रही है। इनमें भी तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।