प्रयागराज। बारिश के लगातार जारी रहने से गंगा-यमुना का जलस्तर बढ़ता जा रहा है। कछार का पूरा इलाका जलमग्न हो गया है। दारागंज से झूंसी सीमा तक सिर्फ पानी ही नजर आ रहा है। सिंचाई विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार को चार बजे तक गंगा का जलस्तर फाफामऊ में 79.58 मीटर और छतनाग में 78.20 मीटर रिकार्ड किया गया। फाफामऊ में गंगा का जलस्तर चार सेमी प्रति घंटे, जबकि छतनगाग में पांच सेमी प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। नैनी में यमुना के जलस्तर में थोड़ी कमी आई है, यहां रविवार को नदी का जलस्तर 78.75 मीटर रिकार्ड किया गया। इससे पहले शनिवार की रात आठ बजे फाफामऊ में गंगा का जलस्तर 79.08 मीटर और छतनाग में 77.15 मीटर था। जबकि, नैनी में यमुना का जलस्तर 77.78 मीटर तक पहुंच चुका था। हालांकि दोनों नदियां खतरे के निशान से अभी बहुत नीचे हैं। गंगा और यमुना दोनों नदियों का जलस्तर बढ़ने से आसपास के इलाकों में तेजी से कटान हो रह़ी है। दारागंज, बघाड़ा, झूंसी, राजापुर आदि इलाकों में पानी धीरे-धीरे पहुंच रहा है। दारागंज में कटान का खतरा अधिक है। गंगा बांध से सटकर बह रही हैं। उधर, जिला प्रशासन की ओर से बाढ़ के खतरे को देखते हुए निगरानी बढ़ा दी गई है। दोनों नदियों के जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जलस्तर में अभी और वृद्धि होगी। उधर संगम का इलाका पूरा जलमग्न हो गया है। पानी भरने से घाटियों ने अपने तख्त बांध की तरफ खिसका लिए हैं। जल पुलिस की ओर से बाढ़ को देखते हुए नावों के संचालन पर एहतियात बरती जा रही है।