गोरखपुर। शून्य कार्बन उत्सर्जन का लक्ष्य के तहत रेलवे ने ‘हाइड्रोजन फ्यूल सेल’ पर आधारित ट्रेन चलाने की प्रक्रिया शुरू की है। अभी इसकी शुरूआत उत्तर रेलवे में सोनीपत-जिंद रेलखंड पर की जा रही है। दो डेमू के इंजन इस तकनीक से चलाए जाएंगे। इससे प्रदूषण नहीं होगा। पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह ने बताया कि भविष्य में पूर्वोत्तर रेलवे सहित देश के सभी जोन में इस तकनीक पर काम किया जाएगा। भारतीय रेल का यह कदम भारतीय सरकार के प्रमुख कार्यक्रम नेशनल हाइड्रोजन मिशन के तहत वर्ष 2030 तक जीरो नेट कार्बन उत्सर्जक रेल बनने के क्रम में उठाया गया है। पंकज कुमार ने बताया कि इंडियन रेलवेज आर्गनाइजेशन ऑफ अलटरनेट फ्यूल (आईआरओएएफ) द्वारा उत्तर रेलवे के 89 किमी. सोनीपत-जिंद रेल खंड पर डेमास्ट्रेटिव प्रोजेक्ट के लिए निविदा आमंत्रित की गई है।