वाराणसी। रक्षाबंधन का पर्व आने में अब कुछ दिन ही बचे है। इस पर्व की परंपरा के अनुसार बहन अपने भाई को राखी बांधती है और भाई अपनी बहन को बदले में कुछ उपहार देता है। पर कई बार भाई इस उलझन में होते हैं कि ऐसी कौन सी वस्तु उपहार में दी जाए की बहन खुश हो जाए। यह सोचकर आप ऐसे उपहारों का चुनाव कर लेते हैं, जो गिफ्ट बहन की पसंद के साथ-साथ उसके लिए उपयोगी भी होते हैं। लेकिन यदि आप अपनी प्यारी बहन को वास्तु नियमों को ध्यान में रखकर उपहार देते हैं तो आपके अपनों के जीवन से कष्ट तो दूर हो ही जाएंगे, साथ ही उनके जीवन में खुशियों का आगमन भी होगा। ध्यान रहे कुछ वस्तुएं ऐसी भी हैं। जिन्हें गिफ्ट में कभी नहीं देना चाहिए यह वस्तुएं सामने वाले के साथ-साथ आपको भी नुकसान पंहुचा सकती हैं। इनके पीछे ऊर्जा का विज्ञान और मनोविज्ञान दोनों शामिल हैं। हम भगवान की प्रतिमा या पेंटिंग देना सही मानते है, जबकि यह गलत है। वास्तुविज्ञान के अनुसार भगवान की मूर्तियां यदि घर में हों तो उन्हें स्थापित करने से लेकर उनकी देखभाल करने के सभी नियमों का पालन किया जाना अनिवार्य है। यदि कोई ऐसा न करे,तो इसका उसपर और उसके परिवार पर नकारात्मक प्रभाव होता है। हाँ आप बहन को भगवान से सम्बंधित कोई उपहार जैसे लड्डू गोपाल,गणेशजी या राधा-कृष्ण की युगल तस्वीर अवश्य दे सकते हैं, जो इनका सम्मान के साथ ध्यान रख सकें। धातु की धारदार वस्तुएं जैसे-कैंची, चाकू, तलवार या कोई ज्वलनशील पदार्थ भी उपहार स्वरुप नहीं देना चाहिए, ऐसा करने से भाई-बहन के रिश्ते खराब हो सकते हैं। वास्तु के अनुसार रुमाल और पेन भी गिफ्ट नहीं करना चाहिए इससे लेने और देने वाले पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अगर आप अपने काम से जुड़ी कोई वस्तु उपहार में देते हैं तो आपको अपने व्यापार में नुकसान झेलना पड़ सकता है। पानी से जुडी हुई चीजें जैसे-एक़्वेरियम, झरना, कछुआ आदि भी गिफ्ट में देने से आपको आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। सात घोड़ों की तस्वीर को भी वास्तु शास्त्र के अनुसार उपहार में देना अत्यंत ही शुभ माना जाता है। सात घोड़ों को सूर्य का प्रतीक माना जाता है। ऐसी तस्वीर को घर में रखने से आय के स्रोत बढ़ने लगते हैं और घर में सुख और समृद्धि का वास भी होता है। ज्योतिष और वास्तु दोनों में चांदी-सोने को बहुत मंगलकारी माना गया है, इसलिए यदि आप बहन या बुआ को चांदी या सोने से बना कोई आइटम भेंट देते हैं तो उनकी समृद्धि में विकास तो होगा ही साथ ही स्वास्थ्य लाभ भी होगा।