वाराणसी। देश को चार ओलंपियन देने वाले यूपी कॉलेज के खेल मैदान पर होनहारों की नर्सरी तैयार हो रही है। ओलंपियन मो. शाहिद से लेकर ललित उपाध्याय ने काशी के साथ ही देश का नाम भी रोशन किया है। बनारस में खिलाड़ियों की नर्सरी कहा जाने वाला यूपी कॉलेज के मैदान पर होनहार खिलाड़ियों को गढ़ने की रवायत निरंतर जारी है। यूपी कॉलेज के खेल मैदान में खिलाड़ियों को आधुनिक और जमीनी स्तर पर प्रशिक्षित करने के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) और खेलो इंडिया स्कीम के तहत प्रशिक्षण केंद्र भी खेल की नर्सरी को तैयार करने में लगी हुई है। केंद्र में बनारस सहित अन्य जिलों के खिलाड़ी भी प्रशिक्षण ले रहे हैं। वरुणा पार के रहने वाले ओलंपियन पद्मश्री मोहम्मद शाहिद के गोल ने 1980 के मास्को ओलंपिक में देश को स्वर्ण पदक दिलाया था। मो. शाहिद से प्रेरित होकर गौरी शंकर सिंह के पुत्र स्व. विवेक सिंह 1988 के सियोल और 1996 में अटलांटा ओलंपिक में राहुल सिंह ने ओलंपिक की दहलीज तक का सफर तय किया। इसी कड़ी में 25 साल के लंबे इंतजार के बाद हॉकी में चौथे खिलाड़ी के रूप में ललित उपाध्याय ने भारतीय हॉकी टीम में शामिल होकर टोक्यो ओलंपिक में 41 साल के पदक के सूखे खत्म किया। इससे काशी के खिलाड़ियों में हॉकी को लेकर काफी उत्साह है।