जम्मू-कश्मीर। श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय के कुलपति पद्मश्री प्रो. आरके सिन्हा ने कहा कि वैदिक काल से लेकर अब तक सर्पों के प्रति क्रूरता के कई उदाहरण देखने को मिलते हैं, लेकिन ऐसा कोई भी उदाहरण देखने को नहीं मिलता है कि सर्पों ने अकारण मानव जाति को नुकसान पहुंचाया हो। आज सर्पों की रक्षा करने की जरूरत है। यह विज्ञान भी कहता है। इसके लिए किसानों, ग्रामीणों, सामाजिक संस्थाओं व बुद्धिजीवियों को आगे आना चाहिए। यह बातें नाग देवताओं की महिमा नामक पुस्तक का विमोचन करते हुए कहीं। पूर्व मंत्री एवं भाजपा उपाध्यक्ष शाम लाल शर्मा ने कहा कि पौराणिक कथाओं के अनुसार सर्प हर तरह से मानव जाति के लिए लाभकारी रहे हैं। स्कास्ट जम्मू के कुलपति प्रो. जेपी शर्मा ने कहा कि अनादिकाल से ही नागों का अस्तित्व देवी-देवताओं के साथ किसी न किसी माध्यम से जुड़ा है। मेयर चंद्र मोहन गुप्ता ने कहा कि सनातन धर्म में दिव्य नागों की पूजा की जाती है। पूर्व डीजीपी डॉ. एसपी वैद ने कहा कि हमारी संस्कृति में अनादि काल से ही नाग को आध्यात्मिक आस्था और विश्वास के एक क्रियाशील प्रतीक के रूप में दर्शाया गया है। युगों से भारत में नाग देवता की महिमा का गायन होता रहा है।