एशिया की सबसे बड़ी ट्रक यूनियन ने कम किया मालभाड़ा
हिमाचल प्रदेश। हिमाचल प्रदेश में पेट्रोल व डीजल के दाम कम होने से बद्दी स्थित एशिया की सबसे बड़ी ट्रक यूनियन ने शनिवार से भाड़ा कम कर दिया है। नया भाड़ा शनिवार से लागू हो गया है। भाड़ा कम होने से उत्पादन लागत भी कम होने की उम्मीद है।जानकारी के मुताबिक यूनियन व उद्योग संघ के बीच एमओयू साइन हुआ है। अगर एक रुपये डीजल का दाम बढ़ता है तो 35 पैसे भाड़ा बढ़ जाएगा और उसके ठीक विपरीत एक रुपये कम होता है तो वह 35 पैसे भाड़ा कम होगा। 11 टन तक 35 पैसे और उसके अधिक 18 टन तक 50 पैसे प्रति किमी भाड़े में कमी की गई है।
अब 17 रुपये कम होने से 11 टन पर पांच रुपये 95 पैसे व 18 टन पर आठ रुपये पचास पैसे प्रति किमी भाड़ा कम हो गया है। सीआईआई के हिमाचल चैप्टर के अध्यक्ष शैलेश अग्रवाल ने बताया कि भाड़ा कम होने से उत्पादन लागत भी कम होगी और आम लोगों को सस्ता सामान मिलेगा। उन्होंने बताया कि बीबीएन में भाड़ा अधिक होने से इसका उत्पादन लागत पर सीधा असर पड़ता है। यहां पर हर प्रकार की सामान व दवाईयों का उत्पादन होता है। उधर, ट्रक यूनियन के प्रधान विद्या रतन चौधरी ने बताया कि पहले डीजल के दाम बढ़ने से भाड़ा बढ़ा था। लेकिन अब दाम कम होने से भाड़ा कम कर दिया गया है। नए रेट शनिवार सुबह से लागू हो गए हैं। वहीं बिलासपुर जिला ट्रक ऑपरेटर सभा (बीडीटीएस) में 15 नवंबर के बाद ट्रकों के किराये में कमी होगी। प्रदेश में डीजल के दाम कम होने के साथ अब ट्रकों की माल ढुलाई के भाड़े में भी कमी आएगी। बीडीटीएस और एसीसी प्रबंधन के बीच हुए समझौते के अनुसार जैसे ही डीजल के दाम घटते या बढ़ते हैं तो अपने आप ही 15 दिन बाद किराये की नई दरें लागू हो जाती है। प्रदेश में डीजल के दामों में करीब 17 रुपये की कमी आई है। बीडीटीएस में वर्तमान में करीब दो हजार के करीब ट्रक माल ढुलाई का कार्य करते हैं। इसके साथ ही पूर्व सैनिक यूनियन के भी 1500 ट्रक ढुलाई का कार्य करते हैं। ब बीडीटीएस में अन्य ट्रक यूनियनों की तरह समय समय पर किराये कम या ज्यादा करने की घोषणा की आवश्यकता नहीं होती है। सभा के महासचिव रजनीश ठाकुर ने बताया कि किराये को लेकर सभा और कंपनी प्रबंधन के बीच एक समझौता हुआ है। इस समझौते के अनुसार जब डीजल के दाम कम होते हैं तो तय फार्मूला के अनुसार किराया कम हो जाता है। वहीं जब डीजल के दाम बढ़ते हैं तो किराये में अपने आप बढ़ोत्तरी होती है। उन्होंने कहा कि डीजल के दाम कम होने के करीब 15 दिन बाद किराये की नई दरें शुरू होगी।