म्यूचुअल फंड में निवेश करते समय इन बातों का रखें विशेष ध्यान…
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के बाद भारत में निवेशकों की संख्या में काफी इजाफा देखने को मिला है। अब कई लोग अपने पैसों को शेयर मार्केट, क्रिप्टोकरेंसी और म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट कर रहे हैं। बीते एक साल के इक्विटी म्यूचुअल फंड्स के ट्रैक रिकॉर्ड देखें, तो उनकी परफॉर्मेंस काफी बढ़िया रही है। इस कारण किसी अन्य जगहों पर पैसों को निवेश करने की बजाए कई लोग म्यूचुअल फंड में उसको इन्वेस्ट कर रहे हैं। हालांकि म्यूचुअल फंड में निवेश के अपने फायदे और नुकसान हैं। अगर आप भी म्यूचुअल फंड में पैसों को इन्वेस्ट करते हैं या करने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अगर आप इन बातों का ध्यान नहीं रखते, तो ज्यादा संभावना है कि आपको एक बड़े घाटे का सामना करना पड़ सकता है। एक्सपेंस रेशियो:- आप जिस कंपनी का म्यूचुअल फंड खरीदने का प्लान बना रहे हैं, उसके एक्सपेंस रेशियो को जरूर चेक करें। आपको हमेशा 0.5 से 1.5% के एक्सपेंस रेशियो वाले म्यूचुअल फंड का चुनाव करना चाहिए। इससे लॉन्ग टर्म में जब आपके पैसे कंपाउंड होकर ग्रो करेंगे, उस वक्त काफी बचत होगी। बाजार जोखिमों के आधीन:- म्यूचुअल फंड निवेश बाजार जोखिमों के आधीन आते हैं। म्यूचुअल फंड में निवेश किए गए पैसों पर मार्केट के अप्स और डाउन्स का असर पड़ता है। ऐसे में आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। तय समय से पहले पैसे नहीं निकाल सकते:- क्लोज एंडेड और ईएलएसएस जैसे म्यूचुअल फंड में लॉक-इन अवधि होती है। इन फंड्स में निवेश किए गए पैसों को आप लॉक-इन अवधि के बीच नहीं निकाल सकते हैं। इस कारण इस तरह के म्यूचुअल फंड में आपके पैसे लॉक हो जाते हैं। ऐसे में क्लोज एंडेड और ईएलएसएस जैसे म्यूचुअल फंड में पैसों को इन्वेस्ट करने से पहले इनके विषय में जानकारी जुटा लेनी चाहिए।