नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एससीओ परिषद के राष्ट्राध्यक्षों (सीएचजी) की 20वीं बैठक में हिस्सा लिया। यहां उन्होंने कहा कि कनेक्टिवटी से जुड़ी हर गंभीर पहल विचारणीय, पारदर्शी और भागीदारी वाली जरूर होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह की हर पहल अंतर्राष्ट्रीय कानून के सबसे बुनियादी सिद्धांत के अनुरूप होनी चाहिए, जो कि संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यहां भारत के स्टार्टअप की ओर से छुए गए मील के पत्थरों और कीर्तिमानों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि अभी तक भारतीय स्टार्टअप 65 यूनिकॉर्न कंपनियां बना चुके हैं, इनमें से 28 का निर्माण अकेले 2021 में हुआ है। स्टार्टअप और इनोवेशन पर एक विशेष कार्य समूह का गठन करने के लिए हम अपनी पहल के जरिए एससीओ सदस्य द्शों के साथ अपने अनुभव साझा करने के लिए तैयार हैं। इस बैठक का आयोजन वर्चुअल माध्यम से नूर सुल्तान में हो रहा है और कजाकिस्तान इसकी अध्यक्षता कर रहा है। भारत की ओर से इस बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। बता दें कि एससीओ सदस्य देशों के व्यापार और आर्थिक एजेंडे पर आधारित एससीओ सीएचजी बैठक का आयोजन हर साल किया जाता है।