नई दिल्ली। ।कोरोना टीकाकरण को लेकर देश के बच्चों में सबसे अधिक उत्साह देखने को मिल रहा है। आंकड़े बताते हैं कि 12 से 14 साल के बच्चों ने टीका लेने में किशोर से लेकर वयस्क, फ्रंटलाइन वर्कर और स्वास्थ्य कर्मचारियों तक को पीछे छोड़ दिया है।
इन बच्चों में टीका के प्रति विश्वास इस कदर देखने को मिल रहा है कि नौ दिन के भीतर जहां देश ने 20 फीसदी लक्ष्य पूरा कर लिया। वहीं बीते चार दिन से देश में हो रहे टीकाकरण में हर दूसरी खुराक भी इन्हीं को मिल रही है।
कोविन वेबसाइट पर ही अब तक इस आयु के एक करोड़ से ज्यादा बच्चों ने टीका लेने के लिए अपॉइंटमेंट लिया है, जो कुल अनुमानित संख्या की तुलना में करीब 25 फीसदी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में 12 से 14 वर्ष की आयु वाले बच्चों के लिए कोर्बेवैक्स टीका दिया जा रहा है,
जिसकी दो खुराक 28 दिन के अंतराल में लेनी जरूरी है। इन बच्चों का टीकाकरण बीते 16 मार्च से शुरू हुआ है। पहले तीन दिन 16 से 18 मार्च तक लगभग सभी राज्यों में बच्चों का टीकाकरण काफी सुस्त रहा। इसकी एक वजह होली का त्योहार भी माना जा रहा था लेकिन इसके बाद स्थिति एकदम से पलट गई।
देश में एक साल से भी अधिक समय से टीकाकरण चल रहा है। हालांकि उन्होंने बच्चों जैसा उत्साह अन्य किसी वर्ग के टीकाकरण में अब तक नहीं देखा है। इससे पहले 15 से 17 वर्ष के किशोरों का टीकाकरण शुरू हुआ था। उस दौरान किशोरों में काफी लगाव देखने को मिला लेकिन बच्चों का टीकाकरण उनसे भी काफी आगे निकल रहा है।