जम्मू कश्मीर। ‘अवाम की आवाज’ रेडियो कार्यक्रम में एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि प्रदेश के दोनों संभागों में यूरोपियन कंट्री की तरह 25-25 प्रसिद्ध खिलाड़ियों का पैनल बनाया जाएगा, जो युवा खिलाड़ियों से सीधा संवाद करेंगे। पैनल के आधार पर स्कूलों में बच्चों से संवाद का कैलेंडर भी तैयार किया जाएगा, ताकि भावी पीढ़ी को बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरणा मिल सके।
यह बात एलजी सिन्हा ने जम्मू की प्रतिभा शर्मा के पत्र में मिले सुझाव पर कही। उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में खेलों को पंचायतों तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रतिभा शर्मा ने सुझाव दिया था कि जम्मू-कश्मीर के विश्व प्रसिद्ध खिलाड़ियों का शैक्षिक संस्थानों और स्पोर्ट्स एकेडमी के युवा खिलाड़ियों से सीधा संवाद कराया जाना चाहिए।
वेटलैंड विरासत को सहजने के लिए 47 करोड़ होंगे खर्च:-
एलजी सिन्हा ने कहा कि केंद्र सरकार की हाल ही में एक रिपोर्ट में चिंता जाहिर की गई है कि प्रदेश में 120 हेक्टेयर वेटलैंड में कमी आई है। जम्मू-कश्मीर सरकार ने इसके लिए इंटीग्रेटेड एक्शन प्लान बनाया है। इस विरासत को सहेजने के लिए करीब 47 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि अगर आपके क्षेत्र में वेटलैंड पर अतिक्रमण का मामला हो तो इसकी जानकारी सरकार को जरूर दें। साथ ही उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पर्यटन शीर्ष पर है। आने वाले वर्षों में ये और भी बढ़ेगा।
जमशीदा जरूरतमंद महिलाओं को बना रहीं सशक्त:-
उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा, बडगाम की जमशीदा बानो ने हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट विभाग की मदद से ‘सोजनी क्राफ्ट सेंटर’ शुरू किया है। यहां जरूरतमंद महिलाओं को भी ट्रेनिंग दी जा रही है। उनका कहना है कि हैंडीक्राफ्ट का तकनीकी प्रशिक्षण महिलाओं के आर्थिक जीवन में बदलाव ला रहा है। को-ऑपरेटिव सोसाइटी और सेल्फ हेल्प के जरिये महिलाओं को प्रशिक्षण, कौशल विकास और मार्केटिंग के गुर सिखाए जा रहे हैं।
समाज सेवा सामाजिक विकास की आत्मा:-
उन्होंने कहा कि समाज सेवा सामाजिक विकास की आत्मा है। इंजीनियर एनीस श्रीन, उनकी टीम और स्वयंसेवी सर्दियों में भी ट्रांसफार्मर की रिपेयरिंग सुनिश्चित करते हैं। कहा कि निस्वार्थ सेवा की गौरवशाली परंपरा देश में रही है। एनीस और उनकी टीम को प्रशासन का सहयोग मिलता रहेगा।
चिकरी वुडक्राफ्ट उत्पाद ई-कॉमर्स पर उपलब्ध:-
राजोरी प्रशासन ने ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर चिकरी वुडक्राफ्ट उत्पादों को सूचीबद्ध करने की पहल की है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कदम हस्तशिल्प और कारीगरों को सशक्त बनाएंगे। एक जिला, एक उत्पाद अभियान में भी सभी जिलों को लोकल प्रोडक्ट की ग्लोबल मार्केट की व्यवस्था बनाए जाने के लिए कहा गया है।