कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने में कारगर है सुखासन…

योग। स्वस्थ शरीर और सुखी जीवन जीने के लिए योग और एक्सरसाइज करना बेहद जरुरी होता है। बीते कुछ सालों में पूरी दुनिया योग के प्रति काफी जागरूक हुई है और आजकल अधिकतर लोग सेहतमंद रहने के लिए योग और एक्सरसाइज का सहारा ले रहे हैं। योग में हर बीमारी से जुड़ी कई विशेष योग क्रियाएं और योगासन मौजूद हैं। आज हम आपको एक ऐसी ही योग क्रिया “सुखासन” के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके नियमित अभ्यास से कई स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किए जा सकते हैं। सुखासन का अभ्यास हर सुबह करने से आप दिनभर स्ट्रेस फ्री और एक्टिव महसूस करेंगे। आइए जानते हैं, सुखासन का नियमित अभ्यास करने से होने वाले स्वास्थ्य लाभ-

सुखासन के हेल्थ बेनिफिट्स:-
नियमित सुखासन का अभ्यास करने से ब्रेन की कंसंट्रेशन पावर बढ़ती है। सुखासन स्पाइन को बेहतर करने के साथ-साथ झुके हुए कंधों को ठीक कर बॉडी का पोस्चर सुधारने में सहायक है। सुखासन स्ट्रेस और एंजाइटी की समस्या से दूर करने में कारगर है। सुखासन का नियमित अभ्यास करने से मोटापा कम होता है और बॉडी फैट से छुटकारा मिलता है। सुखासन बॉडी की स्टेबिलिटी मजबूत बनाने में सहायक है। फोकस को बेहतर करने के साथ लंबे समय तक अटेंटिव और एक्टिव रहने में मदद करता है।

बच्चों की बढ़ती है हाइट:-
सुखासन स्पाइन और बैक मसल्स को मजबूती देने के साथ-साथ ब्लड सर्कुलेशन को इंप्रूव करता है। सुखासन का नियमित अभ्यास करने से बच्चों की हाइट बढ़ती है और बॉडी फ्लैक्सिबल रहती है। सुखासन से ब्लड फ्लो सही रहता है जिससे डाइजेशन बेहतर होता है।

सुखासन करने का सही तरीका :-
सबसे पहले योगा मैट पर सीधे अपने दोनों पैरों को आगे की तरफ मोड़ कर बैठ जाएं।
सीधे बैठने के बाद अपने दाएं पैर को बाएं पैर पर बैंड करके कंफर्टेबल होकर बैठ जाएं और ध्यान रखें कि आपके पैरों के पंजे जमीन पर टीके हो।
बैठने के बाद हाथों से ध्यान मुद्रा बनाकर पैरों पर टिकाकर बैठें और इसी पोजीशन में अपने कंधों को रिलैक्स कर आंखें बंद करके बैठ जाएं।
सुखासन पोजीशन में रिलैक्स होकर बैठे और ध्यान लगाकर लंबी गहरी सांसे लें।
कुछ देर अभ्यास करने के बाद अपने पैर की पोजीशन को इंटरचेंज करते रहें।

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