चंडीगढ़। शनिवार को पीएम मोदी ने हिमाचल प्रदेश जानें से पहले अमृतसर में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के प्रमुख बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों से मुलाकात की। दोनों के बीच करीब 15 मिनट तक बातचीत हुई। इसके बाद पीएम मोदी हिमाचल के लिए रवाना हो गए। यहां सुंदरनगर और सोलन में उन्हें जनसभा करनी है। डेरा ब्यास प्रमुख से मुलाकात से पहले पीएम मोदी ने ट्वीट किया था, ‘बाबा गुरिंदर सिंह ढिल्लों जी के नेतृत्व में, आरएसएसबी कई सामुदायिक सेवा प्रयासों में सबसे आगे रहा है।’ हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा सीटों के लिए 12 नवंबर को मतदान होना है और 8 दिसंबर को नतीजे आने हैं।
राधा स्वामी सत्संग को डेरा बाबा जयमल सिंह के नाम से भी जाना जाता है। यह अमृतसर शहर से लगभग 45 किमी दूर ब्यास शहर में स्थित है। देश भर में और खासकर पंजाब, हरियाणा तथा हिमाचल प्रदेश में इसके अनुयायी हैं। हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री की बाबा ढिल्लों से इस मुलाकात को कई मायनों में अहम बताया जा रहा है। जानकारों की मानें तो इसके जरिए पीएम मोदी हिमाचल में डेरा के अनुयायियों को खास राजनीतिक संदेश देना चाहते हैं। इस साल पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले भी पीएम मोदी ने डेरा ब्यास प्रमुख से मुलाकात की थी।
क्या है डेरा ब्यास?
राधास्वामी डेरे का पंजाब के साथ हिमाचल प्रदेश और हरियाणा में खास महत्व है। 130 साल पुराना राधा स्वामी सत्संग ब्यास एक आध्यात्मिक केंद्र है। वर्तमान में दुनिया के 90 देशों तक डेरे का विस्तार है, इन देशों में डेरे के अनुयायी हैं। राधास्वामी डेरे की स्थापना 1891 में बाबा जैमल जी ने की थी। यह डेरा अराजनैतिक है, लेकिन सभी दलों के नेताओं का आना जाना यहां लगा रहता है। धर्मशाला के पालमपुर के परौर में डेरा ब्यास का सबसे बड़ा आश्रम है। इसकी जमीन को लेकर पिछले कई साल से विवाद चल रहा है। इसके अलावा सोलन में भी इसका बड़ा आश्रम है। इनमें पूर्व और मौजूदा मुख्यमंत्रियों के साथ ही विभिन दलों के दिग्गज नेता अक्सर आते रहते हैं।