यात्रा। सर्दियों में अक्सर लोग किसी पहाड़ी स्थल पर घूमने जाते हैं। हिल स्टेशन पर बर्फीली वादियों के बीच ठंड और बर्फबारी में सर्दी की छुट्टियों का लुत्फ उठाते हैं। सर्दियां शुरू हो चुकी है और नया साल आने वाला है। दिसंबर और जनवरी की शुरुआत में हिल स्टेशनों पर सैलानियों की काफी भीड़ लगती है। लोग क्रिसमस और नया साल मनाने के लिए हिल स्टेशन पर जाते हैं।
अगर आप भी इस मौसम में पहाड़ी जगहों पर जाने की सोच रहे हैं तो कोई ऐसा हिल स्टेशन चुनें, जहां बहुत अधिक भीड़ न हो। साथ ही वहां पहाड़, हरे भरे जंगल, झरने और खूबसूरत वादियां देखने को मिले। कम पैसों में सर्दियों के मौसम में खूबसूरत हिल स्टेशन घूमने के लिए आप गुजरात की ओर रुख कर सकते हैं। भले ही गुजरात में एकमात्र हिल स्टेशन हो, लेकिन इसकी खूबसूरती आपका मन मुग्ध कर देगी।
सापुतारा हिल स्टेशन:-
गुजरात जंगलों, समुद्र किनारों, धार्मिक स्थलों, ऐतिहासिक जगहों के लिए मशहूर है। लेकिन गुजरात में सापुतारा हिल स्टेशन भी है। यह हिल स्टेशन बेहद सुंदर है। सापुतारा हिल स्टेशन डांग जिले में स्थिति है। जिन लोगों को एडवेंचर का शौक है, उन्हें एक बार यहां जरूर जाना चाहिए।
कैसे जाएं सापुतारा हिल स्टेशन:-
दिल्ली से सापुतारा हिल स्टेशन लगभग 1,287 किलोमीटर दूर है। यहां सड़क मार्ग से जाने में 24 घंटे का समय लगेगा। सापुतारा के लिए आप ट्रेन से जा सकते हैं। बस सुविधा भी ले सकते हैं।
सापुतारा के पर्यटन स्थल:-
हटगढ़ किला:-
सापुतारा से पांच किलोमीटर की दूरी पर हटगढ़ किला स्थित है। इस बेहद प्राचीन किले तक सैलानी ट्रैकिंग के जरिए पहुंच सकते हैं। यहां सैलानी आसपास के गांवों का नजारा देख सकते हैं। यहां से गंगा और जमुना के जलाशय भी नजर आते हैं। इस किले के ऊपर से पूरी घाटी और सुरगाना गांव के खूबसूरत नजारों का मजा ले सकते हैं।
सापुतारा झील:-
यह जगह झील से भी समृद्ध है। यहां सापुतारा झील है, जो हिल स्टेशन से करीब 1.5 किमी दूर है। यह झील मानव निर्मित है, जहां बोटिंग का लुत्फ उठाया जा सकता है। यह जगह लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट के तौर पर मशहूर है। बच्चों के लिए पार्क और खेल के मैदानों से घिरी इस झील के किनारे बहुत सारे फूड जोन, चाय के स्टॉल और खरीदारी के लिए स्थानीय बाजार सजती है।
सप्तश्रृंगी देवी मंदिर:-
सापुतारा हिल स्टेशन पर प्रसिद्ध सप्तश्रृंगी देवी मंदिर के दर्शन के लिए भी जा सकते हैं। यह मंदिर सात चोटियों से घिरा हुआ है। इस कारण मंदिर का नाम सप्तश्रृंगी माता या फिर सात चोटियों की माता के तौर पर प्रचलित है। कहा जाता है कि यहां देवी खुद पर्वत के मुख पर एक चट्टान पर प्रकट हुई थीं। मंदिर में 18 हाथों में विभिन्न हथियारों को पकड़े हुए माता की 10 फीट लंबी प्रतिमा विद्यमान है। माता की प्रतिमा हमेशा सिंदूर से लेपित रहती है।
सापुतारा आर्टिस्ट विलेज:-
हिल स्टेशन पर एक आर्टिस्ट गांव बसा है, जो शानदार सांस्कृतिक और पारंपरिक मूल्यों को दर्शाता है। यहां कई आर्ट वर्क देखने को मिलते हैं। यह सबसे अधिक मांग वाले सापुतारा पर्यटन स्थलों में से एक है।