पैरेंटिंग। आमतौर पर किशोरावस्था काफी सेंसटिव एज होती है। टीनएज में जाते ही ना सिर्फ बच्चों का बचपन खत्म होने लगता है, बल्कि उनकी लाइफ में कई बदलाव भी देखने को मिलते हैं। खासकर लड़कियों को टीनएज में कई चैलेंजेस का सामना करना पड़ता है। ऐसे में यदि आपकी बेटी भी टीनएज में है तो कुछ बातें समझाकर आप उसकी जीवन को आसान बना सकते हैं।
टीनएज में प्रवेश करने के बाद बच्चों के लिए कई चीजें नई होती हैं। ऐसे में कॉलेज गोइंग गर्ल्स को मनी मैनेजमेंट के टिप्स देना बहुत आवश्यक होता है। तो आइए हम जानते हैं टीनएज गर्ल्स को सेविंग के तरीके सिखाने के टिप्स, जिसकी हेल्प से आप बेटी को आत्मनिर्भर बनाने के साथ-साथ फाइनेंशियली इंडिपेंडेंट भी बना सकते हैं।
बैकिंग की दें जानकारी :-
स्कूल के बाद कॉलेज ज्वॉइन करते समय अधिकतर लड़कियों को बैंकिंग के बारे में अधिक जानकारी नहीं होती है। ऐसे में आप बेटी को बैंक में अकाउंट खोलने से लेकर क्रेडिट और डेबिट कार्ड का इस्तेमाल करने के साथ-साथ ऑनलाइन बैकिंग जैसी बेसिक चीजों के बारे में जानकारी दे सकते हैं।
बजट बनाना सिखाएं :-
कई बार बच्चे पॉकेट मनी को कुछ दिनों में ही खर्च कर देते हैं। जिससे बच्चे बजट मैनेजमेंट नहीं कर पाते हैं। ऐसे में बेटी को महीने भर के खर्चों का बजट बनाने की सलाह दें और उसे बजट के मुताबिक ही पैसे दें। जिससे आपकी बेटी पैसे बर्बाद नहीं करेगी।
सेविंग करना सिखाएं :-
टीनएज गर्ल्स को सेविंग सिखाना भी बहुत जरूरी है। ऐसे में बेटी को हर रोज थोड़ा पैसा बचाने की सलाह दें। साथ ही इस पैसे को किसी अच्छी जगह पर इंवेस्ट करें। जिससे आप बच्ची को सेंविग टिप्स देने के साथ-साथ उसका भविष्य भी सिक्योर कर पाएंगे।
क्रेडिट रेटिंग के बारे में बताएं :-
टीनएज के बाद बच्चों को बैंक से लोन लेने की आवश्यकता भी पड़ सकती है। ऐसे में आप बेटी को पहले से क्रेडिट रेटिंग की जानकारी दे सकते हैं। बेटी को बताएं कि क्रेडिट रेटिंग अच्छी रखने से लोगों को लोन और क्रेडिट कार्ड आसानी से मिल जाता है।
रिजर्व फंड रखें :-
बेटी को इंमरजेंसी सिचुएश्न के लिए भी सेविंग करने की सलाह दें। ऐसे में लड़कियों को रिजर्व फंड और पढ़ाई के लिए अलग से फंड बनाने को कहें। जो कि भविष्य में बेटी के बहुत काम आ सकता है।