लाइफ स्टाइल। आज राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जा रहा है। राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाने का उद्देश्य दुर्घटनाओं को रोकने के लिए किए जाने वाले सुरक्षा उपायों के बारे में जनता के बीच जागरूकता पैदा करना है। राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पूरे सप्ताह मनाया जाने वाला खास मौका है। इस वर्ष 4 मार्च से 10 मार्च तक राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह का आयोजन हो रहा है, जिसमें विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। आइए जानते हैं राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस को मनाने की शुरुआत कब और क्यों हुई, राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह का इतिहास और महत्व-
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का इतिहास:-
भारत में प्रतिवर्ष 4 मार्च को राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जाता है। भारत में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की स्थापना 4 मार्च 1972 को हुई थी। राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद दुर्घटनाओं को रोकने के लिए लागू किए जाने वाले सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए काम करता है। राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस के उपलक्ष्य में हर साल 4 मार्च को सुरक्षा दिवस मनाते हैं।
महत्व:-
सभी सेक्टरों में सुरक्षा को लेकर जागरूकता फैलाना और दुर्घटनाएं में कमी लाना राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस का उद्देश्य है। किसी सेक्टर में काम करने वाले नागरिकों की सुरक्षा के महत्व को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा सप्ताह मनाते हैं। इस दौरान हर क्षेत्र में लोगों को सेफ्टी से जुड़ी बातें बताई जाती हैं और इंडस्ट्रियल एक्सीडेंट से बचने के तरीके और इससे होने वाले नुकसान के बारे में बताया जाता है। इसके लिए कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 की थीम:-
हर वर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस को मनाने के लिए एक खास कैंपेन या थीम जारी किया जाता है। इस वर्ष राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस 2023 की थीम ‘हमारा लक्ष्य-शून्य नुकसान’ है। वहीं पिछले साल ‘राष्ट्रीय सुरक्षा सप्ताह की विषय सुरक्षा संस्कृति के विकास के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करें’ थी।