लखनऊ। बाल विकास परियोजना कार्यक्रम के अंतर्गत आंगनबाड़ी एवं मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के 52 हजार पदों पर भर्ती का रास्ता साफ हो गया है। इस भर्ती में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्लयूएस) को भी आरक्षण का लाभ मिलेगा। शासन ने इन पदों पर नियुक्ति के लिए चयन प्रक्रिया का पुनर्निर्धारण करते हुए आदेश जारी किया। मालूम हो कि शासन ने जनवरी 2021 में 52 हजार पदों की भर्ती निकाली थी। उस समय चयन प्रक्रिया में ईडब्ल्यूएस आरक्षण का प्रावधान नहीं था। नतीजतन मामला कोर्ट में गया और अभी तक भर्ती फंसी थी।
मंगलवार को विभाग की सचिव अनामिका सिंह ने नया शासनादेश जारी किया। इसमें एससी, एसटी, ओबीसी, दिव्यांग और स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के आश्रितों के साथ-साथ ईडब्ल्यूएस के लिए आरक्षण का प्रावधान कर दिया गया है। अब ईडब्ल्यूएस वर्ग के अभ्यर्थियों को भर्ती में 10 फीसदी आरक्षण मिल सकेगा। इससे दो वर्ष से अटकी भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का रास्ता साफ हो गया है।
फिर न फंसे पेच: चयन समिति में पूर्व में निर्धारित सदस्यों के साथ बाल विकास परियोजना अधिकारी को भी सदस्य/प्रस्तुतकर्ता बनाया गया है। पूर्व में इन्हें शामिल नहीं किया गया था। जबकि केंद्र की गाइडलाइन के मुताबिक चयन समिति में बीडीओ व तहसीलदार को भी शामिल किया जाना चाहिए। ऐसा न होने से एक बार फिर भर्ती में पेंच फंस सकता है।