लखनऊ। लंबे इंतजार के बाद प्रदेश के सभी जिलों के परिषदीय शिक्षकों की वरिष्ठता सूची जारी कर दी गई। हालांकि इसे लेकर शिक्षक अभी भी संतुष्ट नहीं है। शिक्षकों कहना है कि वरिष्ठता के लिए बनाए गए आधार का सही से पालन नहीं हुआ है। वे विभाग के सामने इसे उठाएंगे।
उत्तर प्रदेश में लंबे समय से बेसिक विद्यालयों के शिक्षकों की वरिष्ठता को लेकर प्रक्रिया चल रही है। चार महीने से चल रही प्रक्रिया में 11 बार विभाग को अंतिम तिथि बढ़ानी पड़ी। जिलों में वरिष्ठता तय करने को लेकर विभागीय अधिकारी काफी असमंजस में रहे और कई बार उन्होंने शिक्षकों से ही जानकारी ली।
इन सबके बाद अंतिम रूप से शनिवार को सभी 75 जिलों की वरिष्ठता सूची जारी कर दी गई। बताया जा रहा है कि इसके बाद अब विभाग जिले के अंदर तबादला की प्रक्रिया शुरू करेगा।