Assam Floods News: असम में बीते कुछ दिनों से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। वहीं, कई स्थानों पर कल देर रात की हुई बारिश ने बाढ़ की स्थिति को और भी गंभीर कर दिया है। जिससे राज्य के लोगों का पूरा जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। जानकारी के मुताबिक, राज्य के नौ जिलों में 34,000 से अधिक लोग बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं।
वहीं, असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कहा कि भूटान सरकार ने मौसम संबंधी परामर्श जारी किया है जिसमें कहा गया है कि देश के छिटपुट इलाकों में अगले दो-तीन दिनों में बादल छाये रह सकते हैं और हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है जिससे ब्रह्मपुत्र एवं उसकी सहायक नदियों में जलस्तर बढ़ने की संभावना है।
मौसम विभाग ने आगे कहा कि भूटान और असम के दोनों ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार बारिश के साथ-साथ पड़ोसी देश में कुरिछू बांध से पानी छोड़े जाने के कारण राज्य के पश्चिमी हिस्से में जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गई है।
भारतीय मौसम विभाग ने ‘रेड अलर्ट’ जारी कर अगले कुछ दिनों में असम के कई जिलों में ‘बहुत भारी’ से ‘अत्यधिक भारी’ बारिश का अनुमान जताया है। वहीं, बृहस्पतिवार के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है।
एएसडीएमए ने कहा कि वर्तमान में 523 गांव जलमग्न हैं और असम में 5,842.78 हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है। एएसडीएमए ने कहा कि बारपेटा, सोनितपुर, बोंगाईगांव, धुबरी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, कामरूप, मोरीगांव, नलबाड़ी, शिवसागर और उदलगुरी में बड़े पैमाने पर भूमि कटाव देखा गया है। कछार, दीमा हसाओ और करीमगंज में भारी वर्षा के कारण भूस्खलन की घटनाओं की सूचना मिली है।
उदलगुरी, सोनितपुर, दरांग, बोंगईगांव, चिरांग, धुबरी, गोलपारा, कामरूप, करीमगंज, कोकराझार, नागांव, नलबाड़ी और बारपेटा में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं। दरांग, जोरहाट, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, कोकराझार और नलबाड़ी जिलों में कई स्थानों के साथ शहरी क्षेत्र जलमग्न हो गए। हालांकि अभी कोई भी नदी खतरे के निशान से ऊपर नहीं बह रही है।