Bhopal: मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में चीतों की मौत का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को कूनो पार्क में एक और मेल चीता की मौत हो गई। जानकारी के अनुसार, जिस चीते की मौत हुई है, उसका नाम सूरज था। अधिकारियों के मुताबिक, अभी तक सूरज की मौत का सही कारण पता नहीं चल सका है। डॉक्टरों की टीम जांच में जुटी है। बता दें, पिछले चार महीने में पार्क में यह 8वें चीते की मौत है, जिसमें पांच वयस्क और तीन शावक चीते शामिल हैं।
बता दें, अभी हाल में ही 25 जून को साउथ अफ्रीका के इस नर चीता सूरज को बड़े बाड़े से जंगल में छोड़ा गया था। लेकिन शुक्रवार को वन विभाग के कर्मचारियों को यह जंगल में मृत पाया गया। इस बात की जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को लगी तो हड़कंप मच गया। मृत नर चीता सूरज का पोस्टमॉर्टम के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि आखिर इसकी मौत का क्या कारण है। मध्यप्रदेश के कूनो अभ्यारण में चीतों की मौत का सिलसिला थमता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है।
आखिरकार इतनी जल्दी इन चीतों का मौत क्यो हो गई , अभी इस बात का पता नहीं चल पाया है। इसके पीछे क्या वजह है। इसको लेकर वन विभाग के अधिकारी कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं। हर बार प्रबंधन पर लापरवाही के आरोप भी लगते रहे हैं, लेकिन उन्हें नजरअंदाज कर दिया जाता है। हाल ही में ही मंगलवार को कूनो अभ्यारण में तेजस नामक नर चीता की मौत हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में पता चला है कि तेजस एक मादा चीते के साथ हिंसक लड़ाई के बाद सदमे में आ गया था और इससे उबरने में समर्थ नहीं था।
कूनो नेशनल पार्क में अभी 15 चीते बचे हैं। ऐसे में चीता प्रोजेक्ट से जुड़े लोगों की चिंता बढ़ गई है। सूरज के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद साफ हो पाएगा कि सूरज की मौत कैसे हुई है।