Manipur: बीते तीन महीनों से मणिपुर में जारी हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। एक बार फिर हिंसा भड़कने से केंद्रीय बलों की 10 और कंपनियों को राज्य में भेजा गया है। बताया जा रहा है कि आज नई दिल्ली में एक प्रमुख आदिवासी संगठन के सदस्य गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं।
मालूम हो कि मैतेई समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा दिए जाने की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद से हिंसा की आग भड़की थी। राज्य में तब से अब तक सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी है और हजारों लोग विस्थापित हुए हैं।
घरों के अंदर मारे गए लोग
बता दें, बीते शनिवार को मणिपुर के क्वाक्टा इलाके में मैतेई समुदाय के तीन लोगों की उनके घरों के अंदर गोली मारकर हत्या कर दी गई। कुछ घंटों बाद, चुराचांदपुर जिले में आदिवासी कुकी समुदाय के दो लोगों की हत्या कर दी गई। हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि क्या दोनों घटनाएं एक दूसरे से जुड़ी हुई हैं।
इसी के बाद फिर से हिंसा भड़क गई। बिगड़ते हालातों को देखते हुए राज्य में अतिरिक्त सुरक्षा बलों की कंपनियां बुलाई गईं। अधिकारी ने पांच अगस्त को एक आदेश जारी कर बताया कि हिंसा वाली रात के बाद पांच केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल, तीन सीमा सुरक्षा बल और एक-एक सशस्त्र सीमा बल और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की टीम हिंसाग्रस्त राज्य में पहुंचीं।