Cyber Fraud: देश में साइबर क्राइम का मामला दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है. भारत में पार्ट टाइम जॉब के नाम पर हर दिन लोग ठगे जा रहे है. वहीं, कई लोगों को पार्ट टाइम जॉब के चक्कर में लाखों रुपये का चूना लग गया हैं. हाल ही में बंगलूरू में एक ठगी (Cyber Fraud) का मामला सामने आया है. जिसमें एक शख्स को 61 लाख का रुपये गवाने पड़े.
Cyber Fraud: 100 वेबसाइट को ब्लॉक
साइबर फ्रॉड को देखते हुए अब सरकार एक्शन मोड में आ गई है. इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के ऐसी 100 वेबसाइट को ब्लॉक कर दिया गया है जो पार्ट टाइम जॉब के नाम पर फ्रॉड कर रही थीं. रिपोर्ट के अनुसार, इन साइट को विदेशी कंपनियों द्वारा संचालित किया जा रहा था.
गृह मंत्रालय के I4C डिवीजन ने अपने वर्टिकल नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट (NCTAU) ने पिछले हफ्ते ही टास्क आधारित पार्ट टाइम जॉब और यूट्यूब वीडियो लाइक के नाम पर पार्ट टाइम जॉब स्कैम करने वाली 100 से अधिक वेबसाइटों की पहचान की थी और उसे बैन करने की सिफारिश की थी.
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Cyber Fraud: गूगल मैप्स पर रिव्यूज साइबर फ्रॉड का हिस्सा
आपको बता दें कि गूगल मैप्स पर रिव्यूज भी इसी साइबर फ्रॉड का एक हिस्सा है. स्कैमर लोगों को व्हाट्सएप पर एक मैसेज भेजते हैं और पार्ट टाइम जॉब के लिए ऑफर करते हैं. वे किसी होटल या किसी जगह की लोकेशन भेजते हैं और 5 स्टार रेटिंग देने की बात कहते हैं. ऐसे में लोगों को लगता है कि गूगल पर रेटिंग देने के बदले पैसे मिल रहे हैं तो क्या प्रॉब्लम है, लेकिन यह एक अलग लेवल का फ्रॉड है.
रेटिंग देते ही आपकी ई-मेल आईडी पब्लिक हो जाती है, क्योंकि गूगल मैप्स पर रिव्यूज प्राइवेट नहीं होते हैं. स्कैमर रिव्यू के बाद आपसे लिंक और स्क्रीनशॉट मांगते हैं. जब पैसे देने की बात आती है तो ये एक टेलीग्राम नंबर देते हैं और कहते हैं कि आप वहां रिव्यू का स्क्रीनशॉट शेयर करें और एक कोड बताएं. इसके बाद उन्हें बैंक डीटेल और अन्य जानकारी मिल जाती हैं और फिर फ्रॉड का काम शुरू कर देते हैं.
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