Chhattisgarh: छत्तीसढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर से दिलदहलाने देने वाली खबर सामने आई है. यहां बारूदी सुरंग की चपेट में आने से दो मासूम की जान चली गई. जवानों को निशाना बनाने के लिए नक्सलियों ने आईईडी का इस्तेमाल किया था. बीजापुर के एसपी जितेंद्र यादव ने बताया कि भैरमगढ़ थाना पुलिस ग्रामीणों से संपर्क कर उचित कानूनी कार्रवाई करेगी.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विस्फोट रविवार को भैरमगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत ओड़सापारा बोड़गा गांव में हुआ. पीड़ितों के परिजन और ग्रामीण शवों को सोमवार को भैरमगढ़ ले आए. उन्होंने बताया कि माओवादियों ने जवानों को निशाना बनाने के लिए बारूदी सुरंग लगाया था.
तेंदूपत्ता एकत्र कर रहे थे बच्चे
जब रविवार को बच्चे तेंदूपत्ता इकट्ठा कर रहे थे तभी बारूदी सुरंग में विस्फोट हो गया. इससे बोड़गा गांव निवासी बोटी ओयाम (11) और लक्ष्मण ओयाम (13) की मौके पर ही मौत गई. अधिकारियों ने बताया कि सूचना मिलने के बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और शवों को अपने साथ ले गए.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि भैरमगढ़ थाना द्वारा गांव वालो से संपर्क कर उचित कार्रवाई की जाएगी. बीजापुर समेत सात जिलों वाले बस्तर क्षेत्र के अंदरूनी इलाकों में गश्त के दौरान सुरक्षाकर्मियों को निशाना बनाने के लिए माओवादी अक्सर सड़कों, कच्ची सड़कों और जंगलों में बारूदी सुरंग लगाते रहते हैं.
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