PM Modi paid tribute to Shyama Prasad Mukherjee: आज, 6 जुलाई को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 123वीं जयंती पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि अपने प्रखर राष्ट्रवादी विचारों से मां भारती को गौरवान्वित करने वाले डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को उनकी जन्म-जयंती पर आदरपूर्ण श्रद्धांजलि. मातृभूमि के लिए उनका समर्पण और त्याग देशवासियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा.’
श्यामा प्रसाद मुखर्जी, भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में शामिल थे. जनसंघ, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का पूर्ववर्ती संगठन था. वह पंडित जवाहरलाल नेहरू के मंत्रिमंडल के सदस्य रहे लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री के साथ अपने मतभेदों के वजह से उन्होंने पद छोड़ दिया और फिर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के समर्थन से जनसंघ का गठन किया था.
कौन थे डॉक्टर मुखर्जी?
डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी का जन्म 6 जुलाई 1901 को उनका जन्म कलकत्ता के एक प्रतिष्ठित परिवार में हुआ था. उनके पिता का नाम आशुतोष मुखर्जी था. उन्होंने साल 1917 में मैट्रिक की पढ़ाई की. साल 1921 में उन्होंने बीए की डिग्री ली. साल 1923 में उन्होंने लॉ की डिग्री ली, जिसके बाद वह इंग्लैंड चले गए. जब श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंग्लैंड से वापस भारत पहुंचे तो वह बैरिस्टर बन चुके थे. 33 वर्ष की आयु में डॉ. मुखर्जी कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति बने. इसके बाद एक समय आया जब वो सांसद, मंत्री बने और फिर उन्होंने जनसंघ की स्थापना की.
जम्मू-कश्मीर में गिरफ्तारी के बाद, 1953 में उनकी मृत्यु हो गई थी. राज्य के गैर निवासी भारतीय नागरिकों पर लगाई गई प्रतिबंध के खिलाफ आंदोलन के दौरान उनकी गिरफ्तारी हुई थी. वह राज्य को दिए गए विशेष दर्जे के खिलाफ थे.
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