Paralympics: निषाद ने ऊंची कूद टी47 स्पर्धा में भारत को दिलाया रजत पदक, स्वर्ण से चूकने का रहा अफसोस

Paralympics: निषाद कुमार ने ऊंची कूद टी47 स्पर्धा में रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात भारत को रजत पदक दिलाया. हालांकि, निषाद को स्वर्ण से चूकने का अफसोस भी रहा. वहीं, अमेरिकी खिलाड़ी स्वर्ण पदक पर कब्‍जा करने में कामयाब रहा. अमेरिका के टाउनसेंड रोडेरिक ने शानदार प्रदर्शन करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया.

निषाद कुमार ने पेरिस में लगाई सीजन की सर्वश्रेष्ठ छलांग

बता दें कि पेरिस में सफलता के बाद लगातार दो पैरालंपिक पदक जीतने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय होने का गौरव निषाद के नाम हो गया है. पैरालंपिक ऊंची कूद टी47 स्पर्धा में निषाद कुमार ने अमेरिकी प्रतिद्वंद्वी रोडेरिक को कड़ी टक्कर दी. हालांकि इससे पहले निषाद ने टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भी रजत पदक अपने नाम किया था.

अमेरिकी खिलाड़ी को निषाद ने दी बधाई

वहीं, पेरिस पैरालंपिक में निषाद ने रजत जीतने के बाद खेल भावना की शानदार मिसाल पेश की. उन्होंने अमेरिकी खिलाड़ी की सुनहरी कामयाबी पर गले लगाकर बधाई दी. कांटे की टक्कर में निषाद दूसरे स्थान पर रहे, जबकि अमेरिकी खिलाड़ी ने इस सीजन अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया.

स्वर्ण पदक से चूकने का अफसोस

भारत को पदक दिलाने की खुशी के साथ-साथ निषाद को स्वर्ण से चूकने का अफसोस भी रहा. वो तीसरे प्रयास में असफल होने के बाद भावुक दिखे. साथ ही उन्‍होंने पेरिस में टोक्यो की कहानी दोहराई. भारत को रजत पदक दिलाने के बाद निषाद को खेल के मंच को नमन करते देखा गया.

मार्गिएव जॉर्जी ने जीता कांस्य पदक 

वहीं इस स्पर्धा का कांस्य पदक मार्गिएव जॉर्जी ने जीता. पैरालंपिक रिकॉर्ड के मुताबिक उन्होंने किसी देश की तरफ से शिरकत नहीं की है. जॉर्जी ने तटस्थ खिलाड़ी के तौर पर पेरिस पैरालंपिक 2024 में भाग लिया. खेल भावना की बेमिसाल तस्वीर सामने आने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स ने दोनों खिलाड़ियों की जमकर सराहना की.

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