India–Pakistan: भारत-पाकिस्तान के बीच चल रहे तनाव को लेकर भारतीय सेना का कहना है कि वह दोनों देशों के बीच भरोसा बढ़ाने के लिए जरूरी कदम उठाएगी ताकि सीमा पर जाने के लिए जो आशंका बनी होती है उसे थोड़ा कम किया जा सके। यह फैसला 10 मई को दोनों देशों के सैन्य अधिकारियों के बीच बनी सहमति के बाद लिया गया है।
हमले को लेकर युद्ध की आशंका
भारत-पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल्स ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (डीजीएमओ) ने 10 मई को बात करके तय किया था कि दोनों ओर से सैन्य कार्रवाई रोकी जाएगी। यह फैसला उस समय हुआ जब दोनों देशों के बीच चार दिन तक भीषण गोलीबारी और हमले हुए, जिसे लेकर एक बड़े युद्ध की आशंका पैदा हो गई थी। भारतीय सेना ने एक बयान में कहा, ’10 मई की बातचीत के आधार पर यह तय किया गया है कि हम भरोसा बढ़ाने वाले कदम जारी रखेंगे ताकि सीमा पर सतर्कता कम की जा सके।
पाकिस्तान की ओर से कहा गया?
जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार का कहना है कि 15 मई को दोनों देशों के डीजीएमओ के बीच फिर से हॉटलाइन पर बातचीत हुई और उन्होंने “सीजफायर” की अवधि 18 मई तक बढ़ाने की बात की है।
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