यूपी में पहली बार ऑनलाइन एडेड शिक्षकों के तबादले, 106 आवेदन निरस्त

Lucknow News: उत्तर प्रदेश के अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों (एडेड) में लंबे इंतजार के बाद पहली बार प्रदेश में आनलाइन 360 शिक्षकों के तबादले हुए हैं, जबकि आफलाइन तबादलों पर अभी संशय बरकरार है. आनलाइन तबादले के लिए आये आवेदन में खामियां मिलने पर 106 आवेदन को निरस्त कर दिया गया है, क्योंकि भारांक सहित अन्य विवरण के प्रमाणपत्र नहीं लगे थे.

ऑफलाइन हुआ करती थी पहले तबादले की प्रक्रिया

यह पहला मौका है जब राज्य में एडेड विद्यालयों के शिक्षकों के लिए ऑनलाइन तबादले की प्रक्रिया अपनाई गई है. इससे पहले तबादले की प्रक्रिया पूरी तरह ऑफलाइन हुआ करती थी, जिसमें पारदर्शिता को लेकर सवाल उठते रहे हैं.

1200 शिक्षकों के आवेदन अब भी विचाराधीन 

वहीं दूसरी ओर, ऑफलाइन माध्यम से तबादले के लिए भेजे गए करीब 1200 शिक्षकों के आवेदन अब भी विचाराधीन हैं. इनमें से कई मामलों में तकनीकी खामियां या नियमों की अनदेखी सामने आई है, जिससे इन तबादलों पर फिलहाल संशय बना हुआ है. विभाग के सूत्रों के मुताबिक, इन मामलों पर उच्च स्तर पर विचार-विमर्श के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा.

बड़ी संख्या में शिक्षकों के नहीं हुए तबादले, जांच की मांग

उप्र माध्यमिक शिक्षक संघ (एकजुट) के प्रदेश संरक्षक डॉ हरि प्रकाश यादव का कहना है कि शिक्षकों के तबादले को लेकर प्रदेश सरकार और शिक्षा विभाग के अफसर गंभीर नहीं थे जिससे बड़ी संख्या में शिक्षकों के आनलाइन और आफलाइन तबादले निरस्त हो गये है.

उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग किया है कि जब शिक्षकों ने तबादले के लिए आनलाइन 1700 से अधिक आवेदन किया था तो फारवर्ड होकर सिर्फ 466 आवेदन तबादले के लिए पहुंचे जबकि शेष आवेदन प्रबंधक, डीआईओएस और जेडी की लापरवाही की वजह से तबादले नहीं हो सके. वरिष्ठ शिक्षक नेता डा हरिप्रकाश यादव ने प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मांग किया है कि तबादले सभी क्यों नहीं हुए हैं उसकी उच्च स्तरीय जांच कराकर संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये.

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