Bihar: बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले जारी मतदाता सत्यापन अभियान (एसआईआर) में बड़ा खुलासा हुआ है. निर्वाचन आयोग की ओर से कहा गया है कि बिहार के वोटर लिस्ट में बड़ी संख्या में विदेशी नागरिकों के नाम हैं जिनमें नेपाल, म्यांमार और बांग्लादेश के सिटीजन शामिल हैं. डोर टू डोर सत्यापन में यह भी पता चला है कि इन विदेशियों के पास वोटर कार्ड, आधार कार्ड और राशन कार्ड भी मौजूद है. निर्वाचन आयोग की ओर से कहा गया है कि फाइनल वोटर लिस्ट में इनका नाम नहीं होगा. एसआईआर का मकसद ही अवैध मतदाताओं को वोटर लिस्ट से बाहर करना है.
फर्जी दस्तावेज भी बनवाए
आयोग से जुड़े उच्च पदस्थ सूत्रों के मुताबिक सत्यापन में लगे बीएलओ से जो जानकारी मिल रही है, उसमें राज्य में रह रहे इन विदेशी नागरिकों में से ज्यादातर ने गलत तरीके से आधार कार्ड, राशन कार्ड व मूल निवासी प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज भी हासिल कर लिए है. आयोग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक ऐसे सभी लोगों की सूची तैयार कराई जा रही है.
घर-घर जाकर होगी जांच
1अगस्त से 30 अगस्त के बीच इनकी घर-घर जाकर जांच की जाएगी. यदि इनके दस्तावेज गलत पाए गए तो 30 सितंबर को प्रकाशित होने वाली अंतिम मतदाता सूची से इनके नाम हटा दिए जाएंगे. सूत्रों की मानें तो शत-प्रतिशत गणना फार्म जमा होने के बाद इनकी संख्या और बढ़ सकती है.
84 प्रतिशत लोगों ने जमा किए गणना फार्म
राज्य में मतदाता सूची के सघन सत्यापन मुहिम के बीच 84 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं के गणना फार्म जमा हो चुके है. वैसे भी सत्यापन को लेकर जारी निर्देशों के तहत 2003 के बाद जिन लोगों के नाम मतदाता सूची में जुडे हैं, उन सभी मतदाताओं को अपने दस्तावेज 30 अगस्त तक जमा कराने है.
क्यों हो रहा है मतदाता पुनरीक्षण?
चुनाव आयोग के जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक संविधान के अनुच्छेद -326 के तहत सिर्फ भारतीय नागरिक ही मतदाता बन सकता है. आयोग के पास इसे जांचने का अधिकार है. यदि वह किसी व्यक्ति के दावे संतुष्ट नहीं होता है तो वह उसे मतदाता बनने से रोक सकता है या फिर उसे मतदाता सूची से बाहर कर सकता है. बता दें बिहार में मतदाता सूची के इस विशेष सघन पुनरीक्षण अभियान को शुरू करने के दौरान ही आयोग ने मतदाता सूची में बड़ी संख्या में विदेशी घुसपैठियों के शामिल होने की आशंका जताई थी.
कब होंगे बिहार चुनाव?
बिहार विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को समाप्त हो रहा है. भारत निर्वाचन आयोग (ECI) द्वारा चुनाव प्रक्रिया को इस तारीख से पहले पूरा किया जाना है. संभावना है कि चुनाव अक्टूबर या नवंबर 2025 में होंगे. चुनाव दो या तीन चरणों में संपन्न हो सकते हैं. अभी तक चुनाव आयोग ने तारीखों की आधिकारिक घोषणा नहीं की है. ऐसी उम्मीद है कि दिवाली और छठ जैसे त्योहारों को ध्यान में रखकर ही तारीखें तय की जाएंगी.
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