Ayodhya: भव्य दीपोत्सव संपन्न होने और नया विश्व कीर्तिमान स्थापित होने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार की सुबह संकट मोचन हनुमानगढ़ी का दर्शन किया. यहां उन्होंने विधि-विधान से पूजा-अर्चना करते हुए श्रीराम भक्त हनुमान से प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि और कल्याण की कामना की. मुख्यमंत्री के आगमन पर मंदिर परिसर “जय श्रीराम” के उद्घोष से गूंज उठा. संतों और पुजारियों ने पारंपरिक विधि से उनका स्वागत किया.
हनुमानगढ़ी में की पूजा-अर्चना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले संकट मोचन हनुमानगढ़ी मंदिर पहुंचकर विधि-विधान से पूजा-अर्चना की. उन्होंने प्रभु श्रीराम के परम भक्त हनुमानजी से प्रदेश की खुशहाली और कल्याण की प्रार्थना की. इस दौरान हनुमानगढ़ी के गद्दीनशीन महंत प्रेमदास से उन्होंने भेंट की और मंदिर परिसर में उपस्थित संतों एवं पुजारियों से आशीर्वाद प्राप्त किया. हनुमानगढ़ी से निकलने के बाद मुख्यमंत्री योगी सीधे श्रीराम जन्मभूमि परिसर पहुंचे. यहां उन्होंने प्रभु श्रीरामलला के दरबार में हाजिरी लगाई, आरती उतारी और मंदिर की परिक्रमा की.
राम दरबार में दर्शन-पूजन के बाद किया श्रद्धालुओं का अभिवादन
मुख्यमंत्री ने राम दरबार में भी दर्शन-पूजन कर प्रदेश की उन्नति और जनकल्याण की प्रार्थना की. दर्शन के उपरांत जब वे मंदिर परिसर से बाहर निकले तो श्रद्धालुओं ने जयघोष के साथ उनका स्वागत किया. मुख्यमंत्री ने हाथ हिलाकर जनता का अभिवादन स्वीकार किया और बच्चों को आशीर्वाद दिया.
दिवाली पर बने दो नए रिकॉर्ड
बता दें कि योगी सरकार के नौवें दीपोत्सव में अयोध्या ने फिर से दो नए रिकॉर्ड बनाए. दीपोत्सव 2025 में 26,17,215 (26 लाख, 17 हजार 215) दीप प्रज्ज्वलित किए गए. वहीं दूसरा रिकॉर्ड सरयू मैया की आरती का रहा, जहां एक साथ 2128 वेदाचार्यों, अर्चकों व साधकों ने सरयू मैया की आरती की.
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