UP News: बाबरी मस्जिद विध्वंस की बरसी पर भगवान श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या, श्री कृष्ण जन्म भूमि मथुरा समेत पूरे यूपी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है. 1992 के उस काले अध्याय को गुजरे 33 साल पूरे हो चुके हैं, जब बाबरी मस्जिद का विध्वंस हुआ था. आज राम मंदिर के उद्घाटन के बाद अयोध्या नई ऊंचाइयों पर पहुंच चुकी है, लेकिन वर्षगांठ पर सुरक्षा के मोर्चे पर कोई ढील नहीं बरती जा रही. उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों को छावनी में तब्दील कर दिया गया है, जहां हजारों जवान तैनात हैं. राज्य सरकार ने शांति बनाए रखने के लिए बहुस्तरीय सुरक्षा प्रबंध किए हैं, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो.
छावनी में तब्दील हुई अयोध्या
अयोध्या में 4 दिसंबर से ही सुरक्षा चौकसी बढ़ा दी गई है और अतिरिक्त निगरानी रखी जा रही है. राम मंदिर के पक्ष में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद विवादित स्थल पर भव्य राम मंदिर का निर्माण हो चुका है. हाल में धर्म ध्वजा की स्थापना के साथ ही मंदिर का निर्माण पूरा हुआ है, ऐसे में आज सुरक्षा एजेंसियां ज्यादा सतर्क हैं. अयोध्या के SSP गौरव ग्रोवर ने बताया कि जिले के सभी थानों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए गए हैं. चार दिसंबर से अतिरिक्त निगरानी रखी जा रही है और आज सुरक्षा घेरा और कड़ा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि इस दौरान आम लोगों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी जाएगी.
CM योगी ने दिए निर्देश
सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के बाद 6 दिसंबर को शौर्य दिवस/काला दिवस को लेकर अयोध्या के साथ अवध क्षेत्र प्रतापगढ़ में भी पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है. आईपीएस प्रशांत राज समेत पुलिस अधिकारियों ने शहर के संवेदनशील इलाकों का निरीक्षण किया और अधीनस्थों को सतर्क रहने के निर्देश दिए. पुलिस प्रशासन ने नागरिकों से भी शांति और सहयोग बनाए रखने की अपील की है. खासकर अयोध्या, मथुरा, वाराणसी, लखनऊ, मेरठ, अलीगढ़, आगरा, कानपुर और प्रयागराज जैसे बड़े शहरों में पुलिस पूरी तरह अलर्ट पर है.
पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क
एसएसपी ने कहा, ‘‘पुलिस और प्रशासन पूरी तरह सतर्क है. किसी भी व्यक्ति या संगठन को ऐसी कोई भी नयी गतिविधि शुरू करने की अनुमति नहीं दी जाएगी जिससे शांति भंग होने का खतरा हो. धार्मिक स्थलों और मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है.’’ उन्होंने बताया कि संवेदनशील इलाकों में खुफिया इकाइयां सक्रिय हैं और आयोजनों की आड़ में शांति भंग करने वाले संदिग्धों को हिरासत में लिया जा रहा है. राज्य भर में रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों, होटलों, ज़िला सीमाओं, बाज़ारों और सार्वजनिक स्थलों पर पुलिस की मौजूदगी बढ़ा दी गई है.
06 दिसंबर 1992 को ध्वस्त हुआ बाबरी मस्जिद
मालूम हो कि 06 दिसंबर 1992 को विश्व हिंदू परिषद और भाजपा समर्थित कारसेवकों ने बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर दिया था, जिससे देशभर में दंगे भड़क उठे. हजारों जानें गईं. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राम मंदिर का निर्माण हुआ, लेकिन यह वर्षगांठ हर बार सतर्कता की मांग करती है. इस बार राजनीतिक बयानों पर भी नजर रखी जा रही है. विपक्षी दलों ने सरकार से अपील की है कि शांति बनाए रखी जाए, जबकि सत्ताधारी पक्ष ने कहा कि यूपी अब ‘नया भारत’ का प्रतीक है, जहां विकास और सद्भाव ही प्राथमिकता है.
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