Mal Maas 2023 End Date: इस साल सावन का महिना दो महिने तक है जिसमें मलमास का महिना भी शामिल है। इस वर्ष मलमास के महिने का प्रारंभ 18 जुलाई मंगलवार से हुआ था जिसका समापन कृष्ण पक्ष के अमावस्या तिथि को हो रहा है। बता दें कि 19 साल बाद सावन माह में मलमास पड़ा है, जिसकी वजह से सावन 2 माह का हो गया है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, अधिक मास अमावस्या के बाद चंद्रोदय शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को होगा। इस दिन चंद्र दर्शन और पूजा से कई प्रकार के फायदे होते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं इससे जुड़े कुछ अन्य बातों के बारें में….
कब होगा मलमास 2023 का समापन?
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक इस वर्ष मलमास 16 अगस्त बुधवार को खत्म होगा। इस साल 15 अगस्त मंगलवार को दोपहर 12:42 बजे से अधिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि आरंभ होगी और यह 16 अगस्त बुधवार को दोपहर 03:07 बजे तक रहेगी। 16 अगस्त को अधिक मास अमावस्या होगी।
कब है अगला मलमास?
माना ज रहा है कि 2023 के बाद मलमास 2026 में लगेगा। 3 साल बाद मलमास 17 मई 2026 दिन रविवार को शोभन योग और कृत्तिका नक्षत्र में ज्येष्ठ माह में लगेगा। उस दिन ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि होगी।
अधिक मास अमावस्या के बाद चंद्रोदय कब होगा?
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक , 16 अगस्त को अधिक मास अमावस्या है और उस दिन चंद्रमा का दर्शन दुर्लभ है। 16 अगस्त को दोपहर 03:07 बजे से सावन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि प्रारंभ होगी और यह 17 अगस्त गुरुवार की शाम 05:35 बजे तक रहेगी। उदयातिथि के आधार पर सावन शुक्ल प्रतिपदा तिथि 17 अगस्त को होगी। अधिक मास अमावस्या के बाद चंद्रोदय 17 अगस्त को प्रात: 6:24 बजे होगा। उस दिन चंद्रास्त शाम 07:48 बजे होगा।
चंद्र दर्शन से फायदे
ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक अमावस्या के दिन व्रत रखकर अगले दिन शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को चद्र दर्शन करने से जीवन में सुख और शांति आती है।
मन के विकार दूर हो जाते हैं। और मन स्थिर रहता है।
इस दिन चंद्रमा की पूजा करने और अर्घ्य देने से कुंडली का चंद्र दोष दूर होता है।
चंद्रमा के बीज मंत्र ऊँ सों सोमाय नम: का 108 बार जाप करना चाहिए, इससे कमजोर चंद्रमा मजबूत होता है।