प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश और गुवाहाटी हाईकोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति वीके खन्ना (86)का शनिवार सुबह उनके प्रयागराज स्थित आवास पर निधन हो गया। वह पंजाब एवं हरियाणा राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष भी रहे। वह अपने पीछे पत्नी, दो पुत्रों और एक पुत्री का भरा पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके पुत्र अनुराग खन्ना इलाहाबाद हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता हैं। 15 फरवरी 1935 को जन्म न्यायमूर्ति खन्ना की प्रारंभिक शिक्षा राजकीय हाईस्कूल बिजनौर में हुई। इसके बाद उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से बीएससी की डिग्री और मेरठ कॉलेज से विधि स्नातक की डिग्री हासिल की। 22 अप्रैल 1960 को वह इलाहाबाद हाईकोर्ट में अधिवक्ता के रूप में पंजीकृत हुए। इसके पूर्व उन्होंने बिजनौर जिला अदालत और इलाहाबाद हाईकोर्ट में वकालत की। दो जुलाई 1979 को वह इलाहाबाद हाईकोर्ट के अपर न्यायमूर्ति नियुक्त किए गए। 30 दिसंबर 1982 को उन्होंने नियमित न्यायमूर्ति के रूप में शपथ ली। वह 13 अक्टूबर 1993 से 24 अप्रैल 1994 तक इलाहाबाद हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायमूर्ति रहे। इसके बाद वह गुवाहाटी हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए। इस पद पर वह 14 अक्टूबर 1997 तक रहे।