गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले से बड़ी खबर आ रही है। यहां रविवार को डिप्टी एसपी धर्मेश कुमार शाही और निरीक्षक सत्य प्रकाश सिंह गोरखपुर एसटीएफ की टीम ने परवेज अहमद को पीपीगंज थाना क्षेत्र के चिउटहां-सरहरी बंधे पर मुठभेड़ में मार गिराया। वह काफी समय से एसटीएफ की रडार पर था। जानकारी के मुताबिक परवेज अहमद अंबेडकर नगर के मकदूमपुर के कई हत्याओं के मामले में वांछित था। अंबेडकर नगर और आसपास के जिलों के व्यपारियों से वसूली की शिकायत मिली थी। वह नेपाल से वसूली का सिंडिकेट चला रहा था। ऐसे में वह रविवार को गोरखपुर किसी करीबी से मिलने आया था। मुलाकात से पहले ही पीपीगंज थाना क्षेत्र के चिउटहां-सरहरी बंधे पर एसटीएफ ने घेर लिया। इस दौरान परवेज ने एसटीएफ टीम पर फायरिंग कर दी। जिसके बाद एसटीएफ की जवाबी फायरिंग में परवेज मारा गया। मारे गए परवेज से दो पिस्टल भी बरामद हुआ है। गौरतलब है कि लगभग डेढ़ वर्ष पहले हंसवर निवासी बसपा नेता जुरगाम जब अपने वाहन से जनपद न्यायालय पेशी पर जा रहे थे, तभी रास्ते मे उन्हें घेर कर मार डाला गया था। ताबड़तोड़ फायरिंग में उनके चालक शुभनीत यादव की भी मौत हो गई थी। इस हत्याकांड में परवेज और उसकी पत्नी रुवीना वांछित हैं। परवेज डॉन खान मुबारक की गिरोह का सक्रिय सदस्य है। परवेज अंबेडकरनगर के टॉप 10 में तीसरे नंबर का वांटेड था। इसके भाई की संपत्ति को बीते दिनों सीज कर जब्त की गई थी। कई बदमाशों को जेल भेजे जाने के बावजूद अलीगंज थानाक्षेत्र अंतर्गत मखदूमनगर मूल निवासी परवेज फरार चल रहा था। वह वैसे हंसवर थानाक्षेत्र अंतर्गत औझीपुर स्थित अपनी ससुराल में ही रहता था। फरारी के चलते उस पर एक लाख का इनाम घोषित किया गया था। इस बीच गोरखपुर में कुछ देर पहले हुए एनकाउंटर में उसे ढेर कर दिया गया।