गोरखपुर। राजकीय औद्योगिक संस्थानों (आईटीआई) में अध्ययन करने वाले युवाओं को ज्यादा कुशल बनाने के लिए आईटीआई और औद्योगिक संस्थान मिलकर ड्यूल सिस्टम ट्रेनिंग (डीएसटी) मॉड्यूल पर प्रशिक्षण देंगे। इसे लेकर जिले के पांच आईटीआई का गोरखपुर की कंपनियों से करार हुआ है। पहले चरण में 126 से अधिक युवाओं को इसका लाभ मिलेगा। आईटीआई में चलने वाले एक वर्ष के कोर्स में कंपनी तीन से छह महीने और दो वर्षीय कोर्स में 6-12 महीने का प्रशिक्षण देगी। शेष वक्त में विद्यार्थियों को आईटीआई में थ्योरी, प्रैक्टिकल के साथ साथ प्रशिक्षण दिया जाएगा। दो संस्थानों में प्रशिक्षण हासिल करने के बाद युवाओं को कंपनी की डिमांड के मुताबिक तैयार किया जा सकेगा। 30 मई को व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री कपिलदेव अग्रवाल की प्रदेश के सभी नोडल प्रधानाचार्यों और ज्वाइंट डायरेक्टर्स के साथ हुई वीडियो कांफ्रेसिंग में इस प्रस्ताव को पेश किया गया था। जिसे स्वीकृति मिल चुकी है। पुुुुरानी व्यवस्था के तहत आईटीआई से पढ़ाई पूरी करने वाले विद्यार्थी जब कंपनी में काम करने जाते हैं तो उन्हें खुद को अपडेट करने में काफी परेशानी होती है। आईटीआई में जिस उपकरण पर वो प्रैक्टिस करते हैं वो केवल प्रशिक्षण के काम आते हैं। जबकि कंपनी में उन मशीनों के द्वारा प्रोडक्शन का भी काम लिया जाता है। ऐसे में अगर युवा उन मशीनों पर काम करने का पूर्व में ही प्रशिक्षण लेंगे तो आगे उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।