लखनऊ। कोरोना महामारी की वजह से उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद् (UPMSP) ने यूपी बोर्ड के 10वीं व 12वीं के स्टूडेंट्स को उनके छमाही और प्री-बोर्ड एग्जाम के नंबरों के आधार पर प्रमोट करने का फैसला लिया था जिसके बाद यूपी के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने हाईस्कूल और इंटर की परीक्षाओं को रद्द करने का ऐलान कर दिया। लेकिन अब यूपी बोर्ड द्वारा एग्जाम को रद्द करने के बाद कई लोगों ने इस फैसले को सही बताया और कुछ लोग को इसे गलत भी ठहरा रहे हैं। इस विवाद के बाद उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के अधिकारियों ने रिजल्ट तैयार किए जाने के संबंध में छात्रों और अभिभावकों से भी सुझाव मांगे हैं। इसके लिए बोर्ड ने एक ईमेल आईडी upboardexamination@gmail.com जारी की है जिसमें शिक्षक, स्टूडेंट्स या पेरेंट्स इस संबंध में अपने सुझाव दे सकते हैं। बता दें कि हाल ही में अपर मुख्य सचिव (माध्यमिक शिक्षा परिषद) आराधना शुक्ला की अध्यक्षता में हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग बैठक में राजकीय और अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक स्कूलों व अभिभावक संघों के प्रतिनिधियों से इस मुद्दे पर चर्चा की गई है। बैठक में सलाह दी गई कि किसी छात्र का इंटरमीडिएट का परीक्षाफल उसे कक्षा 10 में मिले कुल प्रतिशत, कक्षा 11 के अर्द्धवार्षिक व वार्षिक परीक्षा और कक्षा 12 की प्री बोर्ड परीक्षा में मिले औसत अंकों के आधार पर तैयार किया जाए।