वाराणसी। जिले में शिक्षा से वंचित बच्चों को चिह्नित कर परिषदीय विद्यालयों में उम्र के हिसाब से उन्हें दाखिला दिलाया जाएगा। साथ ही बच्चों का किस स्कूल में कौन सी कक्षा में दाखिला कराया गया है, इसका रिकॉर्ड शारदा पोर्टल पर अपलोड करना होगा। बेसिक शिक्षा विभाग ने प्रवेश की प्रक्रिया में बदलाव की जानकारी सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को भेज दी है। बच्चों की उम्र कितनी भी हो, लेकिन उसे कक्षा एक से ही पढ़ाई शुरू करनी होती थी। लेकिन अब उम्र के हिसाब से कक्षाओं में दाखिला दिलाया जाएगा। यदि बच्चा दस साल का है और उसका कभी स्कूल में दाखिला नहीं हुआ, ऐसी स्थिति में भी उसे उम्र के हिसाब से कक्षा पांच में प्रवेश दिया जाएगा। ऐसे में सरकारी नौकरी के लिए तय उम्र सीमा तक शैक्षिक योग्यता होने पर प्रतियोगी परीक्षाओं में बैठने का मौका भी मिल सकेगा। जिन बच्चों को शारदा कार्यक्रम के अंतर्गत उम्र के हिसाब से दाखिला मिलेगा उनकी शिक्षा का स्तर कक्षा के अनुरूप लाने के लिए विशेष कक्षाओं में पढ़ाई होगी। विशेष पाठ्यक्रम के आधार पर लिखना और पढ़ना सिखाने के साथ उनकी कक्षा तक का पाठ्यक्रम पूरा कराया जाएगा। विशेष कक्षाओं के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जब तक बच्चा पढ़ना और लिखना नहीं सीख पाता तब तक पहले मौखिक रूप से ही याद कराया जाएगा और विभिन्न विषयों के चैप्टर से संबंधित जानकारी कंठस्थ कराई जाएगी। शिक्षकों का कहना है कि बच्चा यदि उम्र में बड़ा है तो वह जल्दी पढ़ना-लिखना सीख पाएगा। शारदा कार्यक्रम के अंतर्गत आउट ऑफ स्कूल बच्चों की चिह्नित कर उनकी उम्र के हिसाब से दाखिला कराया जाएगा। बच्चों की शिक्षा उनकी कक्षा के स्तर तक लाने के लिए विशेष कक्षाओं का संचालन होगा। चिह्नित बच्चों का रिकॉर्ड शारदा पोर्टल पर भी अपलोड करना होगा। समग्र शिक्षा राज्य परियोजना निदेशक द्वारा आदेश जारी किए गए हैं। स्कूल खुलते ही इसे लागू किया जाएगा।