अमेठी। गोवंश संरक्षण के साथ बेसहारा पशुओं से किसानों की फसल नष्ट होने, सड़क दुर्घटना आदि समस्या से निजात दिलाने के लिए शासन ने पशुओं को चिह्नित कर उन्हें सूचीबद्ध कराने की योजना बनाई है। कवायद सफल हो सके इसके लिए प्रमुख सचिव ने निदेशक पशुपालन के साथ मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को पत्र भेजा है। पत्र में ग्राम पंचायतवार डोर-टू-डोर सर्वे कर गाय व गोवंश के साथ भैंस को चिह्नित कर पालक के आधार से लिंक करने तथा आश्रय स्थल पर संरक्षित गोवंश को आश्रय स्थल से लिंक करते हुए उनकी ईयर टैगिंग कर रिपोर्ट उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। पत्र में ईयर टैगिंग कार्य पूरा होने के बाद नियमित निरीक्षण करने तथा बेसहारा पशु मिलने के बाद ईयर टैगिंग के आधार पर पहचान करते हुए पालक के खिलाफ कार्रवाई करने को कहा गया है। प्रमुख सचिव का पत्र मिलने के बाद मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. जेपी सिंह ने टीम गठित करते हुए कर्मियों को पशु गणना तथा आधार से लिंक कर ईयर टैगिंग करने तथा प्रतिदिन की रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है। सीवीओ ने बताया कि गणना व ईयर टैगिंग के बाद बेसहारा पशु छोड़ने की प्रथा पर अंकुश लगेगा तो विभाग को कार्रवाई करने में सहूलियत होगी।