टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले राज्य के खिलाड़ियों को मिलेंगे 6 करोड़ रूपए: सीएम योगी

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले राज्य के एथलीटों को 6 करोड़ रुपये, रजत पदक जीतने पर 4 करोड़ रूपये और कांस्य पदक जीतने पर 2 करोड़ रुपये देने का एलान किया है। यह घोषणा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने की है। मुख्यमंत्री ने इसके साथ ही राज्य में खेलों के दायरे में बढ़ोतरी की भी बात कही। सीएम ने कहा कि खिलाड़ी अपने आप में अनुशासित होता है। व्यक्ति का जीवन अगर अनुशासित नहीं है तो वह समय-समय पर अपने पथ से भटकने लगता है। युवा अनुशासित होकर कार्य के प्रति अपना ध्यान केंद्रित करें। अभी कोरोना महामारी समाप्त नहीं हुई है। बीमारी में बचाव ही सर्वोत्तम उपाय है। अनिवार्य रूप से सभी लोग मास्क का उपयोग करें और सोशल डिस्टेंसिंग एवं शासन द्वारा निर्धारित कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चीयर फॉर इंडिया कार्यक्रम के तहत निगोहां के उतरांवा गांव के मिनी स्टेडियम में बने ओपन जिम के उद्घाटन के दौरान यह बातें भी कहीं। टोक्यो ओलंपिक में प्रतिभाग कर रहे भारतीय खिलाड़ियों के उत्साहवर्धन के लिए चीयर फॉर इंडिया कार्यक्रम के तहत ओपन जिम के लोकार्पण और युवाओं से संवाद करने पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि कोरोना महामारी के दौरान दुनिया के खेल में भारत का अब तक का सबसे बड़ा प्रतिनिधि मंडल इस खेल महोत्सव में गया है। इसमें यूपी के दस खिलाड़ी शामिल हैं। उन्होंने युवा मोर्चा को धन्यवाद दिया कि वह अपने देश के खिलाड़ियों के समर्थन में ‘खेलो इंडिया जीतो इंडिया’ के अंतर्गत कार्यक्रम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली देश की बेटी मीराबाई चानू एक साधारण परिवार और गांव की बेटी है। लेकिन उन्होंने अपने अथक परिश्रम, दृढ़ निश्चय, कड़े अनुशासन एवं खेल भावना से देश का नाम रोशन किया है। उसने प्रेरणा लेकर युवा आगे बढ़ सकता है। चीयर फॉर इंडिया कार्यक्रम के तहत 136 करोड़ की आबादी की भावनाएं जुड़ी है। हमें पूरी उम्मीद है कि टोक्यो ओलंपिक में भारतीय दल सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करके लौटेगा। योगी ने कहा कि खिलाड़ी अपने लिए नहीं खेलता देश के लिए खेलता है। एक खिलाड़ी अगर किसी प्रतियोगिता में भागीदार बन गया तो वह अपने प्रदेश का प्रतिनिधित्व करता है। खेल को आगे बढ़ाने के लिए हमारे प्रधानमंत्री ने ‘खेलो इंडिया जीतो इंडिया’ का अभियान चलाया है और उन्हीं की प्रेरणा से हम लोग गांव-गांव में खेल के मैदान बना रहे हैं, जिसके लिए युवाओं और महिलाओं के प्रतिनिधि मंडल का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेलकूद की प्रवृत्तियों को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने खेल विश्वविद्यालय बनाये जाने का निर्णय किया है। अभी केडी सिंह बाबू स्टेडियम में उनके छात्रावासों में खेलकूद विभाग द्वारा जो बच्चे वहां पर प्रशिक्षण लेते हैं, उन बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए एक नया उत्साह मिलेगा। कार्यक्रम में जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह, खेल मंत्री उपेंद्र तिवारी, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, राष्ट्रीय महामंत्री युवा मोर्चा वैभव सिंह, जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश, खेल निदेशक डॉ. आरपी सिंह, आईजी जोन लक्ष्मी सिंह, बीडीओ मोहनलालगंज अजीत सिंह, एसडीएम शुभी कानन सिंह सहित अन्य अधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। वहीं, जिलाधिकारी भी जाम में फंसे रहे।

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