वाराणसी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की ओर से शिक्षकों की भर्ती के लिए कराई जाने वाली ट्रेंड ग्रेजुएट टीचर (टीजीटी) और पोस्ट ग्रेजुएट टीचर (पीजीटी) भर्ती परीक्षा कैमरे की नजर में कराई जाएगी। मंडल स्तर पर होने वाली परीक्षा इस साल प्रदेश के सभी जिलों में कराई जाएगी। खास बात यह है कि परीक्षा में किसी भी स्तर पर गड़बड़ी नहीं हो पाएगी। बोर्ड के चेयरमैन वीरेश कुमार ने केंद्रों के दौरे के बाद सर्कि ट हाउस में प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि परीक्षा में गड़बड़ी रोकने के लिए पुलिस के साथ सुरक्षा एजेंसियां भी सतर्क रहेंगी। बताया कि दो पालियों में सात-आठ को टीजीटी जबकि 17-18 अगस्त को पीजीटी की परीक्षा कराई जाएगी। प्रदेश भर में टीजीटी के लिए बने 1716 केंद्रों पर 12,603 पदों के लिए 7,10,854 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। वाराणसी में भी पहले दिन सात अगस्त को 21 केंद्रों पर जबकि दूसरे दिन आठ अगस्त को 18 केंद्रों पर अभ्यर्थी बैठेंगे। इसके अलावा प्रदेश स्तर पर पीजीटी के 2595 पदों के लिए 1176 केंद्रों पर 4,73,401 अभ्यर्थी शामिल होंगे। चेयरमैन ने बताया कि कोरोना प्रोटोकॉल पर विशेष फोकस रहेगा। परीक्षा में गलत करने वालों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही ऐसा करने वाले अभ्यर्थियों को आने वाले दिनों में सभी सरकारी नौकरियों से डिबार किया जाएगा। चेयरमैन ने बुधवार को यूपी कॉलेज सहित अन्य केंद्रों का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था, सीसीटीवी से निगरानी, कोविड प्रोटोकॉल आदि के बारे में व्यवस्थापकों से बातचीत भी की।