गाजीपुर और बलिया में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है गंगा

वाराणसी। पूर्वांचल के वाराणसी, बलिया, मिर्जापुर, गाजीपुर, भदोही और चंदौली में शनिवार को जलस्तर बढ़ने से गंगा उफान पर है। गाजीपुर और बलिया में गंगा खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। दोनों जिलों के गांवों में पानी घुस गया है। जगह-जगह फसलें डूब गई हैं। हालांकि आजमगढ़ और मऊ में घाघरा का पानी घट रहा है, लेकिन कटान तेज हो गया है। बनारस में गंगा अब लाल निशान की ओर बढ़ने लगी हैं। चेतावनी बिंदु के पार करते ही शहर से लेकर गांव तक की बस्तियों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। ग्रामीण इलाकों में तो कई जगह फसलों के जलमग्न होने से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें गहरी हो गई हैं। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा का जलस्तर रात आठ बजे 70.70 मीटर दर्ज किया गया। गंगा में तीन सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ाव हो रहा है। बलिया में गंगा आधा सेमी प्रति घंटे की दर से बढ़ रही है। शनिवार को जलस्तर 59.180 मीटर रिकार्ड किया गया, जबकि खतरा बिंदु 57.615 मीटर है। टोंस और मंगई नदी भी उफान पर हैं। रामगढ़ के कई गांवों में पानी घुसने से लोग सुरक्षित स्थानों पर जाने लगे हैं। गाजीपुर में गंगा खतरे के निशान से 32 सेमी ऊपर बह रही है। पानी दो सेमी प्रति घंटे बढ़ रहा है। शहर, सैदपुर के घाट डूब गए हैं। बलिया-गाजीपुर मार्ग पर वाहनों का आवागमन ठप हो गया है। मिर्जापुर और चंदौली में गंगा का जलस्तर चार सेमी प्रति घंटे बढ़ रहा है। चंदौली में रविवार तक गांवों में पानी पहुंच सकता है। नियामताबाद ब्लाक के कुंडा खुर्द गांव में हनुमान मंदिर गंगा में समा गया। भदोही में गंगा तीन सेमी प्रति घंटे बढ़ रही हैं। भुर्रा और छेछुआ गांव में जमीन और पेड़ कटान की चपेट में आ रहे हैं। मऊ के नवली गांव में 60 बीघा जमीन घाघरा में समा गई।

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