हिमाचल प्रदेश। राज्य मंत्रिमंडल की चार सितंबर को सचिवालय में होने जा रही बैठक में विद्यार्थियों के लिए स्कूल दोबारा खोलने का फैसला हो सकता है। कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर सरकार ने बीते माह विद्यार्थियों के लिए स्कूल पांच सितंबर तक बंद रखने का फैसला लिया था। अब हालात में कुछ सुधार होने पर नौवीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए दोबारा स्कूल खोलने की योजना है। शिक्षा विभाग ने इस बाबत प्रस्ताव सरकार को भेज दिया है। कई पड़ोसी राज्यों ने स्कूल खोल दिए हैं। ऐसे में अब हिमाचल सरकार भी इस बाबत विचार करने जा रही है। कक्षाओं की क्षमता के अनुसार 50 फीसदी विद्यार्थियों को एक कमरे में बैठाकर नियमित कक्षाएं लगाने का विभाग ने प्रस्ताव तैयार किया है। विद्यार्थियों की अधिक संख्या वाले स्कूलों में वैकल्पिक दिनों में भी कक्षाएं लगाने का विकल्प प्रस्ताव में शामिल किया गया है। स्कूल खोलने के लिए माइक्रो प्लान बनाने की बात कही गई है। अब चार सितंबर को सरकार तय करेगी कि स्कूलों में विद्यार्थियों को छह सितंबर से बुलाया जाना है या नहीं। वहीं, सेब के रेट गिरने का एजेंडा भी बैठक में ले जाने की तैयारी है। पिछले दो दिनों से मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने अपने कार्यालय में कृषि और बागवानी अधिकारियों को बुलाकर चर्चा की है कि कैसे बागवानों को इस संबंध में राहत दी जा सकती है। सूत्रों के अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य कैसे दिया जा सकता है या फिर प्रदेश में सीए तथा कोल्ड स्टोरों की व्यवस्था कैसे दुरुस्त हो, ऐसे तमाम मुद्दों पर बैठक में चर्चा होगी। बता दें प्रदेश के करीब 17 बागवान संघों ने 13 सितंबर से सेब के एमएसपी को लेकर मोर्चा खोलने की तैयारी की है। तीन सितंबर से ब्लॉक स्तर पर बागवानों को एकजुट किया जा रहा है। वहीं प्रदेश सरकार ने सेब के दाम गिरने के बाद उठे विवाद को शांत करने के लिए डैमेज कंट्रोल के लिए शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज को जिम्मा संौंपा था। इसके बाद भारद्वाज ने पराला सहित जिला शिमला की विभिन्न मंडियों का दौरा किया।