Sports Hernia: टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज सूर्यकुमार यादव को स्पोर्ट्स हॉर्निया हो गया, जिसके कारण उन्होंने जर्मनी में सर्जरी करवाई. फिटनेस से जूझ रहे सूर्या फिलहाल रिकवरी मोड में हैं. उन्होंने खुद सोशल मीडिया के जरिए अपनी सर्जरी की जानकारी दी. साथ ही अस्पताल से पोस्ट की गई तस्वीर में वे मुस्कुराते नज़र आए. सूर्यकुमार ने लिखा, “मुझे यह बताते हुए अच्छा लग रहा है कि सर्जरी सफल रही और अब मैं रिकवरी कर रहा हूं.” उन्होंने आगे कहा कि वह अब दोबारा क्रिकेट मैदान पर लौटने के लिए बेहद उत्साहित हैं. उनके इस अपडेट के बाद फैन्स ने भी उनके जल्द ठीक होने की कामना की है.
क्या है स्पोर्ट्स हॉर्निया?
स्पोर्ट्स हर्निया कमर और पेट के निचले हिस्से के कोमल ऊतकों में दरारों या खिंचाव के कारण होता है जो श्रोणि से जुड़े होते हैं. ये ऊतक उन खेलों में लगातार तनाव में रहते हैं जिनमें अचानक घुमाव, तेज़ गति, मंदी, या दिशा में अचानक बदलाव की आवश्यकता होती है, जो क्रिकेट क्षेत्ररक्षण, तेज़ सिंगल्स या पावर हिटिंग की पहचान हैं. वंक्षण हर्निया के विपरीत, जिसमें पेट की सामग्री बाहर निकल आती है, स्पोर्ट्स हर्निया नंगी आँखों से दिखाई नहीं देते, लेकिन कमर में तेज़, लंबे समय तक रहने वाले दर्द के रूप में प्रकट होते हैं, जो अक्सर खांसने, छींकने, दौड़ने या मरोड़ने से बढ़ जाता है.
स्पोर्ट्स हॉर्निया के लक्षण
- पेट के निचले हिस्से या ग्रोइन एरिया में तेज दर्द
- खेलते समय या दौड़ते वक्त दर्द बढ़ना
- खांसने या छींकने पर दर्द महसूस होना
- समय के साथ सामान्य चलने-फिरने में भी असुविधा
- चोटिल क्षेत्र में सूजन और कोमलता.
कितना खतरनाक है स्पोर्ट्स हॉर्निया?
- अगर समय रहते सर्जरी न कराई जाए तो यह न केवल खिलाड़ी की परफॉर्मेंस को प्रभावित करती है, बल्कि लंबे समय तक खेल से बाहर भी कर सकती है.
- खिलाड़ियों के लिए जोखिम: लगातार दर्द और मूवमेंट में कमी से करियर खतरे में पड़ सकता है.
- अगर किसी को यह समस्या हो जाए और इलाज न कराया जाए तो सामान्य जीवन भी मुश्किल हो सकता है.
इलाज और सर्जरी
शुरुआती स्टेज में डॉक्टर आराम, फिजियोथेरेपी और दवाइयों से इसे कंट्रोल करने की कोशिश करते हैं.अगर दर्द लगातार बना रहे तो सर्जरी ही एकमात्र उपाय होता है. सूर्यकुमार यादव के मामले में भी जर्मनी में सर्जरी कराई गई, ताकि वह पूरी तरह फिट होकर क्रिकेट में वापसी कर सकें
स्पोर्ट्स हर्निया से कैसे बचें?
- पेट, कूल्हे और कोर मसल्स को मजबूत करने वाले व्यायाम नियमित रूप से करें.
- लचीलापन और गतिशीलता बढ़ाने के लिए स्ट्रेचिंग करें.
- किसी भी खेल गतिविधि से पहले वार्म-अप करना जरूरी है.
- खेल की सही तकनीक अपनाएं, गलत तरीकों से बचें.
- गतिविधियों की तीव्रता को धीरे-धीरे बढ़ाएं, ताकि मांसपेशियों पर अचानक दबाव न पड़े. संतुलित आहार, भरपूर पानी और पर्याप्त नींद** भी रिकवरी और मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी हैं.
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