नई दिल्ली। दिल्ली की आटीआई में अब ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिकल कराने पर जोर दिया जाएगा। जिससे कि छात्रों का लर्निंग गैप खत्म हो और उन्हें कोर्स को का पूर्ण व्यवहारिक ज्ञान मिल सके। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सभी आटीआई प्रिंसिपल को जल्द से जल्द एक प्रोग्राम ऑफ एक्शन तैयार करने के निर्देश दिए हैं। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि यह प्रोग्रम ऑफ एक्शन बनाकर विद्यार्थियों को ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिकल करने का मौका दिया जाए। जिसस कि जब वह अपने कोर्स को पूरा करने के बाद जॉब मार्केट में जाए तो उनके पास अपने कोर्स का पूर्ण व्यवहारिक ज्ञान हो। उपमुख्यमंत्री व शिक्षामंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को दिल्ली सरकार के आईटीआई में क्रॉफ्ट्समैन ट्रेनिंग स्कीम (सीटीएस) में टॉप करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया। सीटीएस के तहत ऑल इंडिया ट्रेड टेस्ट में शिवा ने प्रथम, सुरुचि कुमारी ने दूसरा और आकाश मौर्य ने तीसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि सीटीएस के तहत दिल्ली स्टेट टॉपर्स के रूप में प्रीति ने पहला, सपना देवी ने दूसरा और हेमलता ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आईटीआई जैसी संस्थानों से ट्रेनिंग लेकर हुनरमंद छात्र भविष्य की नई इबारत लिखेंगे। हमारा देश विकसित तभी बनेगा जब देश का हर युवाओं में कौशल हो। इस दौरान उन्होंने विद्यार्थियों से संवाद भी किया। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना के कारण छात्रों की पढ़ाई का काफी नुकसान हुआ है। इसलिए विद्यार्थियों को ज्यादा से ज्यादा प्रैक्टिकल कार्य करने में समय बिताने का मौका दिया जाए। उन्होंने आईटीआई को और बेहतर करने के लिए विद्यार्थियों से फीडबैक मांगे। ताकि उन्हें वर्ल्ड क्लास ट्रेनिंग दी जा सके। उल्लेखनीय है कि दिल्ली के 19 सरकारी आईटीआई में विद्यार्थियों को 49 ट्रेड्स में ट्रेनिंग करवाई जाती है। इन संस्थानों में लगभग 11 हजार विद्यार्थी दाखिला लेते हैं। ट्रेनिंग के बाद 80 फीसदी से ज्यादा विद्यार्थियों को रोजगार मिल जाता है। इस समारोह में कालकाजी विधायक आतिशी, प्रशिक्षण और तकनीकी शिक्षा निदेशालय (डीटीटीई) सचिव एस.बी दीपक कुमार, डीटीटीई निदेशक रंजना देशवाल समेत अन्य लोग उपस्थित थे।