महाराष्ट्र। केंद्रीय रेल राज्य मंत्री रावसाहेब दानवे पाटिल ने मुंबई की लोकल ट्रेन में यात्रा की और यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं का आकलन किया। अधिकारियों ने बताया कि रेल राज्य मंत्री का कार्यभार संभालने के बाद केंद्रीय मंत्री पहली बार मुंबई के दौरे पर आये थे। मध्य रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि दानवे पाटिल कुर्ला जाने वाली धीमी लोकल ट्रेन में छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस पर दिन में 11 बजे सवार हुए और दादर स्टेशन पर उतर गए। इस 20 से 25 मिनट की यात्रा के दौरान उन्होंने यात्रियों व मीडिया से बातचीत की। उसके बाद वे माटुंगा गए जहां महिलाएं ही रेलवे स्टेशन का काम संभालती है। उन्होंने महिला अधिकारियों से भी बातचीत की। माटुंगा को महिला रेलवे कर्मचारियों के साथ पहला रेलवे स्टेशन कहा जाता है जिसे लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में भी शामिल किया गया है। अधिकारी ने बताया कि इसके बाद मंत्री ने मुंबई के व्यस्ततम स्टेशनों में से एक दादर स्टेशन पर विभिन्न यात्री सुविधाओं का जायजा लिया। इसके बाद रावसाहेब दानवे पाटिल लोकल ट्रेन से ठाणे स्टेशन गए और वहां यात्री सुविधाओं का निरीक्षण किया। छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस के हेरिटेज बिल्डिंग में रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) के जवानों ने रेल राज्यमंत्री को स्पेशल गार्ड ऑफ ऑनर दिया। रावसाहेब पाटिल दानवे ने शिवसेना पर निशाना साधा और कहा कि यह एक राजनीतिक कदम नहीं है। अगर शिवसेना को ऐसा लगता है तो यह उनकी समस्या है और वे इस तरह से सोचना जारी रख सकते हैं। यह सिर्फ सार्वजनिक सेवा है और ऐसा क्यों नहीं किया जाना चाहिए, आगे कहा कि कि जिन लोगों ने कोविड-19 वैक्सीन की दोनों खुराक ले ली हैं, उन्हें विशेष ट्रेन में यात्रा करने की अनुमति दी गई है। उन्होंने कहा कि अगर पहल से कुछ राजनीतिक लाभ प्राप्त होता है तो इसमें कुछ भी गलत नहीं है।