नई दिल्ली। आस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री मारिस पायने और रक्षा मंत्री पीटर डटन तीन दिवसीय भारत दौरे पर आ रहे हैं। उनके दौरे की शुरुआत कल यानी शुकवार से होगी। वे 12 सितंबर तक भारत में रहेंगे। इस दौरान दोनों देशों के बीच पहली बार हो रही टू-प्लस-टू मंत्रीस्तरीय बैठक में हिस्सा लेंगे। 11 सितंबर को होने वाली मंत्रिस्तरीय वार्ता में आपसी हित के कई द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दे पर चर्चा की जाएगी। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी। सूत्रों के मुताबिक दोनों देशों के बीच होने वाली इस अहम बैठक में समग्र रक्षा और सुरक्षा संबंधों को बढ़ाने तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में रणनीतिक सहयोग को बढ़ावा देने पर फोकस रहेगा। विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भारतीय प्रतिनिधिमंडल का प्रतिनिधत्व करेंगे। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे की वजह दुनियाभर के देश मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। इस बीच ऑस्ट्रेलिया के दोनों वरिष्ठ मंत्री दौरे पर भारत आ रहे हैं। जयशंकर और राजनाथ सिंह की अपने समकक्षों के साथ अलग-अलग बैठकों में इस मुद्दे पर भी चर्चा होने की संभावना है। सूत्रों ने बताया कि टू-प्लस-टू वार्ता में चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता के मद्देनजर भारत-प्रशांत क्षेत्र में समग्र सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिए जाने की उम्मीद है। इसमें समुद्री सुरक्षा के क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग के विस्तार पर भी बातचीत हो सकती है। दोनों देशों के बीच रणनीतिक सहयोग का विस्तार करने के समग्र लक्ष्य के तहत विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच टू-प्लस-टू संवाद स्थापित किया गया था। भारत के पास अमेरिका और जापान सहित बहुत कम देशों के साथ बातचीत के लिए ऐसा ढांचा है। पिछले कुछ वर्षों में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रक्षा और सैन्य सहयोग में तेजी आई है। पिछले साल जून में भारत और ऑस्ट्रेलिया ने अपने संबंधों को एक व्यापक रणनीतिक साझेदारी तक बढ़ाया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष स्कॉट मॉरिसन के बीच ऑनलाइन शिखर सम्मेलन के दौरान सैन्य सहायता के लिए सैन्य ठिकानों तक पारस्परिक पहुंच के लिए एक ऐतिहासिक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे।