नई दिल्ली। भारत को इस महीने भारतीयों के स्विस बैंक खातों की जानकारी का तीसरा सेट मिलेगा। यह ब्योरा स्विट्जरलैंड के साथ हुए सूचनाओं के स्वत: आदान-प्रदान समझौते के तहत मिलेगी। इतना ही नहीं, पहली बार इसमें भारतीयों की वहां पर रियल एस्टेट संपत्तियों के बारे में भी जानकारी होगी। अधिकारियों ने रविवार को कहा कि यह विदेशों में भारतीयों के कालेधन के खिलाफ भारत सरकार की जंग में एक मील का पत्थर है। इस महीने केंद्र सरकार को भारतीय नागरिकों के स्विट्जरलैंड में मौजूद फ्लैट, अपार्टमेंट और सहस्वामित्व वाली संपत्तियों की विस्तृत जानकारी मिलेगी। साथ ही इन संपत्तियों से कमाई की भी सूचना होगी जिससे भारतीयों पर कर भुगतान तय करने में भी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह तीसरी बार है जब भारत को स्विट्जरलैंड की ओर से भारतीयों के बैंक खातों और अन्य वित्तीय संपत्तियों की जानकारी मिलेगी। साथ ही यह पहली बार है जब इस जानकारी में रियल एस्टेट संपत्तियों का ब्योरा दिया जाएगा। स्विस सरकार रियल एस्टेट संपत्तियों की जानकार देने को राजी हो गई है लेकिन गैर लाभकारी संगठनों और अन्य ऐसे फाउंडेशनों के योगदान जैसे डिजिटल करेंसी में निवेश आदि की जानकारी को अभी भी सूचनाओं के स्वत: आदान-प्रदान समझौते से बाहर रखा है। भारत को सितंबर 2019 में भारतीयों के बैंक खातों की जानकारी का पहला सेट जबकि सितंबर 2020 में दूसरा सेट मिला था।