जम्मू-कश्मीर। जम्मू संभाग के निचले इलाकों में भी कश्मीर की तर्ज पर सेब उगाया जाएगा। यहां पर ऐसी प्रजातियों पर शोध चल रहा है, जो उच्च तापमान में आसानी से तैयार हो सकें और पैदावार ज्यादा दें। इन किस्मों में अन्ना, माइकल, हमरन-99 पर शोध चल रहा है। स्कॉस्ट जम्मू में 2016 से किया जा रहा शोध अंतिम चरण पर है। अभी तक जो परिणाम सामने आए हैं, इनमें इन किस्मों के पौधे उच्च तापमान में भी फल दे रहे हैं। बाजारों में इन सेबों की डिमांड भी ज्यादा रहेगी। मौजूदा समय में किश्तवाड़ और डोडा इलाकों में ही सेब उगता है। इसके अलावा कश्मीर घाटी में सेबों की सबसे ज्यादा पैदावार होती है। लेकिन अब उच्च तापमान वाले इलाकों में भी सेब उगाया जा सकेगा। शोध पूरा होने के बाद रिजल्ट रिपोर्ट को लाइन विभागों के साथ सांझा किया जाएगा। साथ ही बागवानी निदेशालय के साथ मिलकर सेबों के पौधे उगाए जाएंगे। सेबों की पैदावार होने पर स्थानीय बाजारों में आपूर्ति की जा सकेगी। इससे बागवानों की आय में इजाफा होगा। जम्मू संभाग में सेब कश्मीर या फिर पड़ोसी राज्यों से आता है। जम्मू संभाग के उच्च तापमान वाले इलाकों में भी सेब के पौधे उगाए जा सकेंगे। तीन प्रजातियों पर शोध चल रहा है। अभी तक शोध सफल रहा है। अगले साल रिजल्ट रिपोर्ट को बागवानी विभाग के साथ सांझा किया जाएगा। पौधे लगाए जाएंगे।