जम्मू-कश्मीर। सेना की 15वीं कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय ने कहा कि नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों से पाकिस्तान फिर से घुसपैठ की कोशिशों को अंजाम देने में लगा है। उनका उद्देश्य पहाड़ों पर बर्फबारी से रूट बंद होने से पहले ज्यादा से ज्यादा आतंकियों को सीमा पार से इस तरफ धकेलना है। एक ऐसी ही कोशिश बारामुला जिले के उड़ी सेक्टर के करीब सामने आई है। इसके बाद इलाके में पिछले चौबीस घंटों से तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। लेफ्टिनेंट जनरल पांडेय ने कहा कि एलओसी पर इस साल अभी तक कोई भी सीजफायर की घटना नहीं हुई है। इस तरह की घटनाओं का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए हम पूरी तरह से तैयार हैं। सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश जरूर हुईं हैं। इस बार पाकिस्तानी सेना घुसपैठ में मदद नहीं कर रही है। उन्होंने बताया कि सेना को इस तरह की दो कोशिशों की जानकारी मिली है। पहली घटना में बांदीपोरा में आतंकियों को मार गिराया गया था। दूसरी कोशिश में 24 घंटे से उत्तरी कश्मीर के उड़ी सेक्टर में सर्च ऑपरेशन चल रहा है। सूत्रों ने बताया कि उड़ी में ऑपरेशन के चलते संचार सेवा को ठप कर दिया गया है। जीओसी ने बताया कि घाटी में 60 से 70 विदेशी आतंकी सक्रिय हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि विदेशी आतंकी स्थानीय युवाओं को बरगलाकर बड़ी घटनाएं करवा सकते हैं। स्थानीय आतंकियों को मुठभेड़ में मरवाना चाहते हैं जिससे उन्हें लाभ पहुंचता है। स्थानीय आतंकी के मारे जाने पर परिवार और अन्य में आक्रोश की भावना पनपती है।