नई दिल्ली। देशभर में कोरोना के मामलों में तेजी से गिरावट देखी जा रही है। लिहाजा केंद्र सरकार अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए डेढ़ वर्ष में पहली बार फिर से टूरिस्ट वीजा फिर से शुरू करने पर विचार कर रही है। कोरोना के चलते मार्च 2020 में लगाए गए लॉकडाउन से बुरी तरह प्रभावित पर्यटन, आतिथ्य और विमानन क्षेत्रों में नई जान डालने की कवायद के तहत पहले पांच लाख विदेशी पर्यटकों को मुफ्त वीजा जारी किया जा सकता है। गृह मंत्रालय के अधिकारी विदेशी पर्यटकों को देश में आने देने के लिए संभावित तारीख और तौर-तरीकों पर सभी हितधारकों के साथ विचार-विमर्श कर रहे हैं। विदेशी पर्यटकों को भारत आने देने की अनुमति दिए जाने के संबंध में औपचारिक घोषणा अगले 10 दिनों के भीतर की जा सकती है। विदेशी पर्यटकों को आने देने का फैसला कोरोना के घटते मामलों को देखते हुए लिया जा रहा है। मुफ्त वीजा 31 मार्च 2022 या पांच लाख की संख्या पूरा होने तक जारी किए जाएंगे। उम्मीद है कि मुफ्त वीजा जारी करने से कम अवधि के ज्यादा पर्यटक भारत आएंगे। एक महीने तक के लिए जारी किया जाने वाला ई-पर्यटक वीजा देशों पर आधारित है, लेकिन आमतौर पर इसके लिए 25 डालर (लगभग 1800 रुपये) शुल्क लिया जाता है। एक साल के ई-पर्यटक वीजा के लिए अमूमन 40 डालर (लगभग तीन हजार रुपये) का शुल्क लिया जाता है। मार्च 2020 से ई-पर्यटक वीजा निलंबित है।