नई दिल्ली। द्विमानन सेवाएं किफायती दरों पर मुहैया कराने वाली कंपनी स्पाइसजेट ने रविवार को कहा कि उसने फ्लाइट के कैप्टन और उनके सह-पायलटों के लिए एक नई अंतरिम निश्चित वेतन प्रणाली पेश की है। स्पाइसजेट ने महामारी के दौरान पायलटों के लिए प्रति घंटा आधार पर वेतन प्रणाली लागू की थी। विमानन कंपनी ने कहा कि नए वेतन ढांचे के तहत न केवल पायलट के वेतन में काफी बढ़ोतरी होगी, बल्कि निर्धारित न्यूनतम घंटों से अधिक उड़ान भरने वालों को ओवरटाइम का भुगतान भी किया जाएगा। इस बीच कुछ पायलटों ने स्पाइसजेट की ओर से दिए गए आश्वासन का विरोध किया है। इन पायलटों का दावा है कि वेतन में लगातार कटौती के कारण वे तनाव का सामना कर रहे हैं। पायलटों ने कहा कि उन्हें उनके कोविड-19 से पहले के वेतन का एक तिहाई या आधा भुगतान ही किया जा रहा था। हालांकि, स्पाइसजेट के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘‘कई अन्य विमानन कंपनियों और संगठनों ने महामारी के दौरान कर्मचारियों के अनुबंधों को तोड़ दिया, लेकिन स्पाइसजेट में कोई छंटनी नहीं हुई। उन्होंने कहा कि कोरोनावायरस महामारी की दूसरी लहर के चलते सामान्य वेतन ढांचे के बहाल होने में देरी हुई। बता दें कि स्पाइसजेट विमानन कंपनी के कर्मचारियों के एक वर्ग ने वेतन में कटौती के मुद्दे को लेकर दिल्ली हवाई अड्डे पर शुक्रवार की सुबह हड़ताल की और बाद में कंपनी के अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद वे काम पर लौट गए। दरअसल कोरोना महामारी के कारण यात्रा पर प्रतिबंध के चलते स्पाइसजेट को वित्तीय घाटा उठाना पड़ रहा है, उसने सामान्य वेतन के ढांचे को बहान करने में देरी की हात मानी।